मार्निंग वॉक पर जा रहे युवक पर स्ट्रीट डाग का हमला, गंभीर रूप से हुआ घायल

उनका शोर सुनकर आसपास के मकानों में रहने वाले लोग बाहर निकल आए और उन्होंने किसी प्रकार कुत्तों के झुंड को खदेड़ दिया। जिसके बाद घायल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया।

कुत्तों का आंतक दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा

शहर और आसपास के एरिया में स्ट्रीट डॉग का आंतक बढ़ता ही जा रहा है। स्थिति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि शायद ही ऐसा कोई दिन हो, जब स्ट्रीट डॉग किसी को काटकर जख्मी नहीं कर रहे हो। लोगों का कहना है कि कई बार स्ट्रीट डॉग को पकड़ने के लिए नगर पालिका के साथ-साथ जिला प्रशासन के अधिकारियों को लिखित शिकायत दी जा चुकी है। उसके बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है। शहर के आर्य नगर, राधापुरी, श्रीनगर, जवाहर गंज, शिवपुरी, मोदीनगर रोड, मेरठ रोड, बुलंदशहर रोड आदि एरिया के कई मोहल्ले में स्ट्रीट डॉग का आंतक है।

स्वास्थ्य विभाग में हर दिन पहुंच रहे 85 मरीज

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि गर्मी के दिनों में स्ट्रीट डॉग का स्वभाव बदल जाता है। ऐसे में इस जानवर से बचने की आवश्यकता है। कुत्ता काटने पर सबसे पहले रैबीज का इंजेक्शन लगवाना चाहिए। यदि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बात करें तो हर दिन यहां पर 85 लोग हर दिन रैबीज लगवाने के लिए आते हैं। पिछले पंद्रह दिनों में अस्पताल में 1250 से अधिक मरीज रैबीज का इंजेक्शन लगवाने के लिए पहुंच चुके हैं।

गर्मी में स्ट्रीट डॉग से बचने की आवश्यकता

मुख्य चिकित्साधिकारी डाक्टर सुनील कुमार त्यागी ने बताया कि गर्मी के दिनों में स्ट्रीट डॉग के स्वभाव में परिवर्तन हो जाता है। ऐसे में जिन मोहल्ले में स्ट्रीट डॉग का आतंक हैं, वहां के लोगों को खास सावधानी बरतने की आवश्यकता है। सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में रैबीज के इंजेक्शन मौजूद हैं। लोग कुत्ता काटने के बाद बिल्कुल भी लापरवाही नहीं बरतें। डाक्टर सुनील कुमार त्यागी, मुख्य चिकित्साधिकारी, हापुड़।

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