मानवीय संवेदनाओं का हुआ कत्ल,15 हजार के लिए ढ़ाई महीनें तक मोर्चरी में रखा रहा कोरोना पोजेटिव का शव


हापुड़(अमित अग्रवाल मुन्ना)।
मानवीय संवेदनाओं को तार तार करते हुए एक ऐसा मामला सामनें आया हैं,जब मेरठ मेडिकल कालेज के स्टाफ पर 15 हजार रूपये ना देनें पर कोरोना संक्रमित का शव देनें से इंकार कर दिया। ढ़ाई महीनें बाद शव हापुड़ प्रशासन को सौंपनें के बाद शव का अंतिम संस्कार हो सका।
जानकारी के अनुसार बिहार निवासी एक व्यक्ति नरेश हापुड़ के पन्नापुरी में अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ रहता था। ढ़ाई माह पूर्व कोरोना संक्रमित होनें के बाद हापुड़ जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया,वहां से मेरठ मेडिकल में शिफ्ट किया,जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
मृतक की पत्नी ने आरोप लगाया कि स्टाफ ने 15 हजार की रसीद कटवानें अन्यथा शव का अंतिम संस्कार की बात कही ।
पैसा ना होनें पर महिला अपने बच्चों को लेकर बिहार चली गई। तीन दिन बाद मेरठ मेडिकल ने नरेश का शव हापुड़ प्रशासन को सौंपा। प्रशासन ने मृतक की पत्नी गुड़िया का पता लगाकर उसके पति का शव सौंपा और चौराखी पर जाकर अंतिम संस्कार करवा दिया।

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