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मंड़ी समिति लाईसेंस में नहीं कर रही नाम परिवर्तन,आर्थिक तंगी से गुजर रहें हैं व्यापारी, मुख्यमंत्री से की मांग


हापुड़(अमित अग्रवाल मुन्ना)।
कृषि उत्पादन मण्डी समिति द्वारा जारी लाइसेंस में लाइसेंसधारी व्यापारियों के – नाम परिवर्तन नहीं कर रही हैं,जिस कारण व्यापारी आर्थिक तंगी से गुजर रहें हैं । मामलें को लेकर हापुड़ युवा उघोग व्यापार मंडल ने मुख्यमंत्री से शिकायत करते हुए समाधान की मांग की।
मुख्यमंत्री को भेजें पत्र में कहा गया कि मण्डी समिति, हापुड़ द्वारा अनेकों व्यापारियों की फर्मों को पार्टनरशिप व प्रोपराईटरशिप के अन्तर्गत काफी वर्ष पूर्व लाइसेंस व्यापारियों को कार्य करने हेतु जारी किये गये हैं।
उन्होंने कहा कि लगभग 30-40 वर्षों पूर्व जारी किये गये लाइसेंसों में किसी प्रोपराईटर/ मालिक या किसी पार्टनरशिप फर्म में पार्टनर की मृत्यु होने पर या व्यापार में उतार चढ़ाव आने के कारण या उम्र दराज होने या बिमारी से ग्रस्त होने के कारण किसी प्रोपराईटर / मालिक या पार्टनर द्वारा कार्य नहीं करने या कार्य करने में असमर्थ होने के कारण नाम किसी प्रोपराईटर/मालिक या पार्टनर के नाम में परिवर्तन कराने की जरूरत पड़ती है तो उसे बहुत अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है जिससे व्यापार सुचारू रूप से संचालित नही होने के कारण व्यापारी समाज को आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि मण्डी समिति, हापुड़ के अधिकारियों से बार-बार मिलकर पूछे जाने पर यह बताया जाता है कि प्रोपराईटरशिप / मालिक या पार्टनर के नाम में परिवर्तन करने में मण्डी परिषद लखनऊ द्वारा रोक लगाई गई है, जिसका प्रभाव व्यापारियों के व्यापार को बहुत अधिक प्रभावित कर रहा है और व्यापार करने में व्यापारियों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि व्यापारी हितों को ध्यान में रखते हुए किसी फर्म के REDMI NOTE मालिक या किसी फर्म के प्रोपराईटर या पार्टनर द्वारा उस मालिक परिवार के सदस्यों से अनापत्ति लेकर फर्म की प्रोपराईटरशिप / मालिक या पार्टनर का नाम परिवर्तन पर लगी रोक को व्यापारी हितों में शीघ्रताशीघ्र हटाने की मांग की।
इस मौकें पर अध्यक्ष राजीव गर्ग (दतियाने वाले),महामंत्री अतुल अग्रवाल (दावरी वाले), कोषाध्यक्ष
सोनू बंसल (साबुन पाले) आदि के हस्ताक्षर थे।

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