भ्रष्टाचार: पीड़ित का प्रमाण पत्र बनानें को लेखपाल पर रिश्वत मांगने का आरोप, डीएम ने दिया जांच का आश्वासन

हापुड़। लेखपाल की मनमानी के चलते ईडब्ल्यूएस (आय एवं परिसंपत्ति) प्रमाण पत्र बनवाने के लिए मजदूर को तहसील के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। पीडि़त ने इस संबंध में लेखपाल पर अभद्रता व अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी कार्यालय में शिकायत की है।

मोहलला पन्नपुरी निवासी अंकित कुमार गर्ग सड़क पर मास्क व अन्य सामान बेचकर अपने परिवार का पालन पोषण करता है। वह अपने दोनों बेटों की पढ़ाई का खर्च भी अपनी मजदूरी से करता है। बेटों को छात्रवृत्ति आवेदन के लिए ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र की आवश्यकता पड़ी तो उसने तहसील में प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया।

बड़ी बात है कि क्षेत्रीय लेखपाल ने एक ही आवेदन पत्र स्वीकार किया, लेकिन इसके बाद भी रिपोर्ट लगाकर प्रमाण पत्र जारी नहीं किया है और नए-नए दस्तावेज मांगकर तहसील के चक्कर लगवा रहा है।

लेखपाल के सहायक ने आवास पर पहुंचकर पत्नी के साथ अभद्र व्यवहार भी किया। जब इसकी शिकायत लेखपाल से की तो उसने प्रमाण पत्र बनाने से साफ इन्कार कर दिया। पीडि़त को सरकार की ओर से प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना व प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिल चुका है। लेकिन इसके बाद भी लेखपाल उसके मूल गांव के सालों पहले दस्तावेजों की मांग कर रहा है। डीएम ने मामले में जांच कर कार्यवाही का आश्वासन दिया है।

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