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भारत माता अभिनंदन संगठन द्वारा नव वर्ष परआयोजित विराट काव्य संध्या भारत माता व देश के वीर सपूतों को समर्पित

भर हृदय में खुशी भूल जा सर्व गम प्रदेश प्रभारी कवयित्री बीना गोयल

हापुड़़। भारत माता अभिनंदन संगठन द्वारा
विराट काव्य संध्या का आयोजन भारत माता व देश के वीर सपूतों को समर्पित कर कवियों ने एक से बढ़कर एक रचना प्रस्तुत की। कार्यक्रम जिला अध्यक्ष नीलम मिश्रा तरंग के नेतृत्व में हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षतावरिष्ठ कवि एवमसाहित्यकार कवि अशोक गोयल ने बड़े सुचारु रूप से की। कार्यक्रम का आरंभ सरस्वती वंदना से हुआ वंदना वीना गोयल जी ने सरस्वती वंदना कर कार्यक्रम को गति प्रदान की कार्यक्रम का संचालन रचना सिंह वानिया जी एवम रेखा गीरिश जी द्वारा बड़े सुचारु रूप से किया गया । कार्यक्रम में विशिष्ट सानिध्य राष्ट्रीय अध्यक्ष पीडी मित्तल व राष्ट्रीय प्रभारी रितु गर्ग जी का रहा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि चंद्र प्रकाश गुप्त चंद्र अहमदाबाद रहे।कवि अशोक गोयल ने कहा *मुताबिक आपके ही ये समय की चाल हो जाए पुराने साल से अच्छा नया ये साल हो जाए।नीलम मिश्रा तरंग ने कुछ इस प्रकार कहा मेरे देश की धरती पर जो भी आंख उठायेगा भारत माता कसम तुम्हारी मिटटी में मिल जायेगा।रेखा गिरीश ने –वरदानों को दे डालो, बस नहीं सुरक्षित कर लेना।नहीं पता तुझको ही कोई, कल निर्वासित करदेनन्दिनी रस्तोगी ‘नेहा”नेभावपूर्ण पंक्तियां इस प्रकार कहीं–कितना मुश्किल है अपने घर को पराया समझना ।,तरुण रस्तोगी ‘कलमकार’ ने कहा- गली गली में घूमें रावण,कहां गए तुम बोलो राम ।
अरुणा पवार ने कहा–परिवर्तन की धार बहाकरअहंकार को तजना होगा।
। मुक्ता शर्मा ने कुछ यूं कहा–धरा का भार हरने को मेरे श्री राम आए है । आदेश शिखर ने कहा- नयन खोलो हे रघुराई कि दासी दर पे आई हैबनाओगे तुम्ही बिगड़ी, यही विश्वास लाई है। कवयित्री रामकुमारी,भावना शर्मा, तरुण रस्तोगी, रीनामित्तल,राजकुमारी त्यागी अन्य सभी कवयित्रियों ने राम भक्ति की कविताओं से सभी का मन मोह लिया ।कार्यक्रम में अनेक रचनाकारो व संभ्रांत जन शामिल हुए।कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम अध्यक्ष वरिष्ठ कवि एवं साहित्यकार कवि अशोक गोयल ने कार्यक्रम में शामिल हुए सभी रचनाकारों का धन्यवाद अदा किया और कहा ऐसे कार्यक्रम समय समय पर होते रहने चाहिए ।

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