हापुड़ (अमित अग्रवाल मुन्ना/ रिशु सिंह)।
थाना साइबर काइम व पिलखुवा पुलिस ने बैंक के अधिकारी/कर्मचारी बनकर कॉल करके भोले-भाले लोगों को गिफ्ट वाउचर / बोनस देने के नाम पर अपनी बातों में फंसाकर क्रेडिट कार्ड की गोपनीय जानकारी धोखाधड़ी से प्राप्त कर ठगी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए एक युवती सहित दो ठगों को गिरफ्तार कर
18000/-रुपये, एक आईफोन सहित 05 मोबाइल, एक लैपटॉप, रसीदें एवं रजिस्टर बरामद किया।
थाना साइबर काइम व पिलखुवा पुलिस ने बैंक के अधिकारी / कर्मचारी बनकर कॉल करके भोले-भाले लोगों को गिफ्ट वाउचर/बोनस देने के नाम पर अपनी बातों में फंसाकर क्रेडिट कार्ड की गोपनीय जानकारी धोखाधड़ी से प्राप्त कर ठगी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए करते हुए थाना पिलखुवा में दर्ज आई.टी एक्ट से सम्बन्धित केस में एक युवती सहित दो साइबर ठगों
दिल्ली निवासी साकिब खान व
मेघालय की शिलांग निवासी
वनीशा आर मरक को गिरफ्तार कर 18 हजार रुपये, एक आईफोन सहित 5 मोबाइल, लैपटॉप, रसीदें एवं रजिस्टर बरामद की।
सीओ जितेन्द्र शर्मा ने बताया कि अभियुक्त शातिर किस्म के साइबर अपराधी हैं अभियुक्तगण के खातों में विगत 06 माह में करीब 30 लाख रू0 की ट्रांजेक्शन का होना पाया गया है जिनके द्वारा देश के विभिन्न राज्यों में सैकडों लोगों के साथ ऐसी घटनाएं कारित कर लाखों रूपये की ट्रांजेक्शन कर आर्थिक लाभ कमाया जा चुका है।
अपराध करने का तरीका:-
गिरफ्तार ठगों द्वारा पूछताछ करने पर बताया गया कि हम दोनों मिलकर AUHELPDESK.NET व POINTSREDEEM.ONLINE साइट बनवा रखी है, हम दोनों लोगों के CREDIT CARD नम्बर व मोबाइल नम्बर का डाटा प्राप्त कर AU SMALL FINANACE BANK के कर्मचारी बनकर लोगों को CPP प्लान एक्टीवेट या डिएक्टीवेट कराने व REWARDS POINTS के लिये अपनी बातों में फंसाकर उनसे AUHELPDESK.NET बेवसाइट पर उनके केडिट कार्ड, जन्मतिथि व ओटीपी की जानकारी SUBMIT करा लेते हैं तथा उक्त बेवसाइट पर सबमिट की गई डिटेल हमारे पास आ जाती है उस डिटेल को लेकर हम लोग अलग-अलग NOBROKER खातों में केडिट कार्ड से धनराशि को फर्जी बैंक खातों में ट्रांसफर कर निकाल लेते हैं, धोखाधडी से निकाली गयी धनराशि हम लोग आपस में बांट लेते हैं।