बुखार में लापरवाही हो सकती है घातक , हल्का और सुपाच्य करें, पानी खूब पिएं-सीएमओ डॉ.रेखा शर्मा
हापुड़। बुखार होने पर लापरवाही न बरतें। बिना देर किए अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर चिकित्सक से परामर्श लें। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच और उपचार की सुविधा उपलब्ध है। यदि तीन दिन तक तेज बुखार रहता है तो डेंगू और मलेरिया की जांच अवश्य कराएं। ध्यान रहे कि इस दौरान खानपान का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है। केवल हल्का और सुपाच्य भोजन करें। पानी खूब पिएं। किसी भी तरह के बुखार में प्लेटलेट्स कम होती हैं, इसके अलावा कई दवाओं के सेवन से भी ऐसा होता है। इसकी भरपाई के लिए अधिक से अधिक पानी पिएं। यह बातें बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रेखा शर्मा ने कहीं। उन्होंने कहा लापरवाही के चलते बुखार के मामले कई बार गंभीर हो जाते हैं। कई दिन तक लोग मेडिकल स्टोर से दवा लेकर अपना उपचार करते रहते हैं, यह गलत है, कोई भी दवा चिकित्सक के परामर्श के बिना न लें।
सीएमओ ने बताया बुखार में मूंग की दाल वाली खिचड़ी और सूप लेना फायदेमंद रहता है। मूंग की दाल में पाया जाने वाला प्रोटीन हल्का और सुपाच्य होता है। इसके साथ ही सूप में मौजूद पोषक तत्वों से शरीर को ऊर्जा मिलती है। यह पानी की पूर्ति करने में भी मददगार होता है। दरअसल बुखार में लिवर कमजोर हो जाता है और भोजन को पचाने में दिक्कत होती है। इसलिए खिचड़ी और सूजी का उपमा जैसे हल्के भोजन का सेवन करना अच्छा रहता है। हल्का भोजन जल्दी पच जाता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।
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