फोन पे, पेटीएम, गूगल-मे इत्यादि का लिंक मोबाइल पर भेजकर धनराशि उड़ानें वालें गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार , नगदी,एटीएम कार्ड,लग्जरी कार बरामद

हापुड़। जनपदीय साइबर सैल व थाना गढ़मुक्तेश्वर पुलिस ने भोले भाले लोगों को फोन कॉल करके स्वयं को परिचिता/रिश्तेदार बताकर उनको फोन पे, पेटीएम, गूगल-मे इत्यादि का लिंक मोबाइल पर भेजकर धोखाधडी से रुपये निकालने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 02 शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया।जिनके कब्जे से 3300 नकदी, 1 एटीएम कार्ड, एक एप्पल आईफोन सहित4 मोबाइल फोन व घटना में प्रयुक्त लग्जरी कार बरामद किए।

गिरफ्तार अभियुक्तगण विभिन्न जनपदोत्राज्यों में घूम-फिरकर लोगों की दुकानों या अन्य जगह लिखे मोबाइल नम्बर नोट कर लेते थे और फिर उस नम्बर की सीरीज पर भोले-भाले लोगों कॉल कर अपनी बातों में फंसाकर उधार के पैसे बताकर कुछ रूपये उनके खाते में डालते थे और फिर दोबारा से उनको मीठी-मीठी बातों में फंसाकर उनके पास लिंक भेजकर धोखे से उनका गोपनीय यूपीआई पिन डलवाकर फर्जी खातों के माध्यम से धनराशि ट्रांसफर कर निकाल लेते थे।

गिरफ्तार बदमाश शातिर किस्म के अपराधी /ठग हैं, जिनके द्वारा एनसीआर क्षेत्र के जनपदों व अन्य राज्यों में इस तरह की घटनाओं अंजाम देकर लाखों रूपये की ठगी कर चुके है।

थाना गढ़मुक्तेश्वर पुलिस द्वारा थाने के मु०अ०सं० 99/23 धारा 419, 420, 504, 506 भादवि व 68सी आई०टी० एक्ट का सफल अनावरण करते हुए भोले-भाले लोगों को फोन कॉल करके स्वयं को परिचित/रिश्तेदार बताकर उनको फोन पे, पेटीएम, गूगल-मे इत्यादि का लिंक मोबाइल पर भेजकर धोखाधडी से रुपये निकालने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 02 शातिर अभियुक्तों साजिद खान मेवाती पुत्र इस्लाम खान मेवाती निवासी ग्राम अलियाबाद मेंहदीपुर थाना गौतमबुद्धनगर व आमिर पुत्र नजमुद्दीन मेवाती निवासी सलेमपुर थाना हाथरस को
एनएच-09, स्याना ओवर ब्रिज के पास से गिरफ्तार किया गया है।

पूछताछ का विवरण:-

गिरफ्तार बदमाशों ने पूछताछ करने पर बताया कि हम अपने साथी वीरपाल के साथ मिलकर विभिन्न जनपदों व राज्यों में जगह-जगह घूम-फिरकर दुकानों इत्यादि स्थानों से मोबाइल नम्बर चोरी छिपे नोट कर लेते थे और फिर उस मोबाइल नम्बर की सीरीज पर भोले-भाले लोगों को कॉल कर उन्हें परिचित या रिश्तेदार बताकर विश्वास में लेकर उनके खातों में स्वयं की उधारी का पैसा उनके खातों में फोन-पे, पेटीएम, गूगल पे आदि से उनके खातों में डालकर बाद में लेने की बातों में फंसाकर उनके पास लिंक भेजकर धोखे से उनका गोपनीय यूपीआई पिन डलवाकर फर्जी खातों के माध्यम से धनराशि ट्रांसफर कर निकाल लेते हैं। कॉल करने के लिये हम लोग फर्जी आईडी पर सिम निकलवाकर इस्तेमाल करते हैं।

जनपद हापुड़ के रहने वाले सचिन उज्जवल के साथ उनको रिश्तेदार बताकर विवास में लेकर उनके खातों में स्वयं की उधारी का पैसा उनके खाते में फोनपे व गूगल द्वारा डालकर बाद में लेने की बातों में फंसाकर उनके पास 07 बार लिंक भेजकर धोखे से उसका गोपनीय यूपीआई पिन डलवाकर कुल 74801/- रुपये की धनराशि फर्जी खातों के माध्यम से धनराशि ट्रांसफर कर निकाल लिये थे।

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