प्रेमिका के लिए गूगल पर सर्च कर पत्नी की हत्या करनें वालें पति की जमानत प्रार्थना पत्र कोर्ट ने किया कैंसिल

हापुड़। 31 दिसंबर को मोदीनगर से गाजियाबाद प्रेमिका की मदद से गूगल सर्च कर हत्या के तरीके जानकर पत्नी की हत्या करनें वालें पति के जमानत प्रार्थना पत्र को कोर्ट ने निरस्त कर दिया।

जानकारी के अनुसार जिला गाजियाबाद के मोदीनगर क्षेत्र के आनंद विहार के रहने वाले विकास ने 31दिसम्बर रात पुलिस को सूचना दी थी कि गांव निजामपुर के पास एनएच-09 स्थित सर्विस मार्ग पर उसने कार रोकी थी। वह दो बाइकों पर सवार चार बदमाश कार में रखे 50 हजार रुपये लूट लिए थे। विरोध करने पर सोनिया की गला दबाकर हत्या कर दी थी।

विभिन्न बिंदुओं पर जांच के बाद पुलिस के शक की सुईं विकास पर आकर टिक गई। सख्ती से पूछताछ करने पर विकास ने पुलिस को बताया कि हरियाणा के भिवाड़ी क्षेत्र स्थित एक दवा कंपनी में वह नौकरी करता है। जहां हरियाणा के बहादुरगढ़ की रहने वाली प्रेमिका अनीषा दलाल भी नौकरी करती है। दो साल पहले दोनों के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हुआ था।

इसकी जानकारी सोनिया को हुई तो उसने विरोध किया। जिसके चलते दोनों ने मिलकर सोनिया की हत्या का प्लान तैयार किया था। जिसके तहत शुक्रवार रात ससुराल चलने की बात कहकर विकास पत्नी सोनिया को कार में बैठाकर हापुड़ के आर्यनगर लाने के लिए घर से निकला था। जिला गाजियाबाद में पहुंचने पर उसने प्रेमिका को भी कार में बैठा लिया। गाजियाबाद स्थित हापुड़ चुंगी और डायमंड फ्लाईओवर के बीच उसने सोनिया की सलवार का नाड़ा निकालकर दोनों ने उसकी हत्या कर दी थी। तीन घंटे तक पत्नी के शव को कार में रखकर घुमाता रहा पति

करीब साढ़े छह से सात बजे के बीच सोनिया की हत्या कर दी गई थी। करीब तीन घंटे तक कार में सोनिया के शव को रखकर विकास और उसकी प्रेमिका हाईवे पर घुमाते रहे। कोतवाली क्षेत्र के निजामपुर पहुंचने पर उसने ससुराल पक्ष के लोगों को बताया कि सड़क दुर्घटना में वह और सोनिया घायल हो गए हैं। जिसके बाद घटना स्थल के पास एक अन्य कार भी पहुंची थी। जिसमें विकास पत्नी के शव को लेकर अस्पताल पहुंचा था। जिसके बाद पुलिस को घटना की जानकारी मिली थी। उसी कार में बैठकर अनीषा मौके से फरार हो गई थी।
हापुड़ डिस्ट्रिक्ट जज ने मामलें में विकास के जमानत प्रार्थना पत्र पर कहा कि यह गंभीर प्रवृत्ति का अपराध हैं,जिसमें आजीवन कारावास का प्रावधान हैं, इसलिए जमानत प्रार्थना पत्र निरस्त कर दिया।

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