प्राचीन वैदिक पद्धति योग,प्राणायाम,ध्यान से ही आत्मिक उन्नति संभव है। पूनम आर्या

हापुड़ :आर्य कन्या इंटर कॉलेज में पांच दिन से चल रहे आवासीय “आर्य कन्या आत्मरक्षा एवं चरित्र निर्माण शिविर में रोहतक से पधारी बहन पूनम आर्यएवं इनकी सहयोगी अंकिता आर्य,एकता आर्य ने प्रातः कालीन सत्र में शिविरार्थियों को प्राचीन वैदिक पद्धति से योगासन, प्राणायाम, ध्यान का अभ्यास कराया एवं जीवन में सफलता प्राप्त करने में इनके महत्व को प्रसार से समझाया।बालिकाओं ने रुचि पूर्वक प्रशिक्षण लिया।
मध्याह्न में बौद्धिक सत्र में शिविरार्थियों को राष्ट्र भक्ति,समाज एवं परिवार में किस प्रकार व्यवहार करना चाहिए तथा अनुशासन,अधिकार, कर्तव्यों के मौलिक,व्यवहारिक सिद्धांतों को बताकर उन्हें अपने जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित किया।
साय कालीन सत्र में विभिन्न शास्त्रों को चलाने का प्रशिक्षण गुरुकुल छोटीपुरा से पधारी विभूति,प्रीति आर्या,श्रेया शंखधर द्वारा दिया गया।
नगर की समाज सेविकाओं मधु अग्रवाल,पूनम शर्मा,उर्मिला गोयल,मधु गोयल द्वारा बालिकाओं को स्वादिष्ट,रुचिकर अल्पाहार कराया गया।
आर्य कन्या महाविद्यालय की प्राचार्यडॉ साधना तोमर एवं अन्य आचार्यों ने शिविर में ज्ञान वर्धक उद्बोधन से बालिकाओं का बौद्धिक व मानसिक रूप विकास करने के सूत्र दिए।