पिलखुवा। कोतवाली क्षेत्र स्थित पारपा नहर में 17 दिन पहले मिले शव की शुक्रवार को पहचान हो गई है। मृतक मुरादाबाद निवासी सुशील था, वह भोवापुर में रहकर मजदूरी करता था। शुक्रवार को परिजनों ने थाने पर पहुंचकर जमकर हंगामा किया।
मुरादाबाद के मोहल्ला पीतल नगरी कमला बिहारी घंटाघर निवासी सुशील गांव भोवापुर में किराए पर रहकर मजदूरी करता था। वह गत 18 फरवरी को लापता हो गया था। लापता युवक की बहन पूजा ने मामले में पिलखुवा थाने में 26 फरवरी को गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
गत 21 फरवरी को कपूरपुर थानांतर्गत क्षेत्र के गांव पारपा स्थित नहर में एक अज्ञात युवक का शव मिला था। नियमानुसार उसकी शिनाख्त नहीं होने पर पुलिस ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया था। शुक्रवार को मृतक के परिजनों ने शव की शिनाख्त सुशील के रूप में की और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। एसएचओ मुनीष प्रताप सिंह ने लोगों को समझाकर मामला शांत किया।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मुनीष प्रताप सिंह ने बताया कि गुमशुदगी दर्ज होने के पहले ही लापता का शव कपूरपुर थानांतर्गत नहर में मिल गया था। उसकी शुक्रवार को परिजनों ने पहचान की है। परिजन कुछ लोगों पर हत्या करने की आशंका जता रहे हैं, लेकिन अभी तक तहरीर नहीं दी है। तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज कर साक्ष्यों के आधार पर कार्यवाही की जायेगी।