नरेश अग्रवाल – व्यापारियों के लिये एक युग का अंत, व्यापारियों ने दी श्रद्धांजलि

हापुड़(अमित अग्रवाल मुन्ना)। व्यापारियों के लिए संघर्ष करनें वालें व्यापारी नेता नरेश अग्रवाल ने निधन के पश्चात शनिवार को व्यापारियों ने उन्हें वर्जुअल मीटिंग के माध्यम से श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें याद किया और कसेरठ बाजार का नाम उनके नाम पर रखनें को नगर पालिका अध्यक्ष को पत्र भेजा।
जानकारी के अनुसार हापुड़ के व्यापारियों के भामाशाह कहे जानें वालें व्यापारी नेता व कई संस्थानों के पदाधिकारी रहे नरेश अग्रवाल का निधन 29 अप्रैल को यशोदा हॉस्पिटल, गाज़ियाबाद में हो गया था। वो कोरोना रोग से संक्रमित थे।

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नरेश अग्रवाल हापुड़ की राजनीति के पर्याय थे। हापुड़ में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का गठन इन्होंने ही किया। वे शहर के व्यापारियों के लिए एक सुरक्षा कवच के रूप में कार्य करते थे। उनके द्वारा बचपन से ही व्यापारियों की जुझारू रूप से सेवा की गई। व्यापारियों के लिये इन्होंने अनगिनत आंदोलन किये। व्यापार कर कार्यालय में आंदोलन के समय इन पर गोली भी चली जो बहुत ही चर्चा का विषय बना था। रेलवे स्टेशन से माल लाने का आंदोलन हो या बिजली विभाग का आंदोलन, सभी ने बहुत सुर्खियां बटोरीं। पार्थव बच्चे के अपहरण के समय भी अपने पिता को मुखाग्नि देते ही उसकी बरामदगी के लिये विशाल जुलूस निकाला जिसे हमेशा याद किया जायेगा। वैट के विरोध में बर्तन बाजार बन्द करके जुलूस निकाला। वे व्यापारियों का शोषण करने वाले बड़े से बड़े अधिकारी से भी भिड़ जाते थे। उनको व्यापार रत्न की उपाधि से भी अलंकृत किया गया। हापुड़ व्यापार मण्डल की छाप पूरे उत्तर प्रदेश में उनकी वजह से ही बनी। हापुड़ शहर की विभिन्न संस्थाओं जैसे अग्रवाल महासभा, गृह निर्माण समिति, अंतरराष्ट्रीय समग्र कल्याण समिति और इसी प्रकार की अनेकों समितियों में योगदान दिया। अपने क्षेत्र कसरेठ बाजार जो उनकी कर्मभूमि भी थी, से 10 साल लगातार सभासद रहे और उसका विकास किया।

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वर्तमान में भी वे हापुड़ उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल के अध्य्क्ष, श्री पंचायती गौशाला हापुड़ के अध्य्क्ष तथा श्री सनातन धर्म सभा हापुड़ के अध्य्क्ष पद के दायित्वों का निर्वहन कर रहे थे।
उनके निधन की सूचना पाकर हापुड़ का समस्त व्यापारी वर्ग शोकाग्रस्त हो गया। शहर में एक अजीब सा सन्नाटा छा गया। कसरेठ बाजार में लोग रोने-बिलखने लगे।इस खबर से सभी स्तब्ध हो गए। कोरोना काल के चलते वो अपने प्रिय नेता के अंतिम दर्शन भी नहीं कर पाए। पूरा शहर एक शोक की लहर में डूब गया।
अपने प्रिय नेता को श्रंद्धाजलि देने के लिये आज स्माल स्केल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष अमन गुप्ता ने ज़ूम मीटिंग का आयोजन किया। जिसमें शहर की सभी व्यापारिक संस्थाओं ने भाग लिया। सभी ने अपने प्रिय नेता के असमय चले जाने पर गहरा शोक प्रकट किया तथा उनके द्वारा दिखाये गए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।

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मीटिंग में उसमें समाजसेवी संजय कृपाल, विजेंद्र पंसारी , कसेरे एसोसिएशन के प्रधान अशोक गोयल, जिम्मी जैन, अमन गुप्ता, सचिन एसएम, विजय गोयल, संजीव टिम्बर वाले, सुभाष पेपर कोन वाले, टुक्की राम गर्ग, अशोक छारिया, अशोक बबली, संजीव आड़ वाले, अशोक गुप्ता बीमे वाले, नरेन्द्र कबाड़ी, पंकज कली वाले, प्रदीप जैन, राजीव गोयल, अनिल बैंक वाले, रविन्द्र पीएनबी बैंक वाले और कानपुर, मुम्बई, दिल्ली व कोलकाता के अनेक संगठनों ने भाग लिया।
मीटिंग में एक मत से यह प्रस्ताव रखा गया कि कसरेठ बाजार के मुख्य मार्ग का नाम “नरेश जी के नाम पर रखा जाये। जल्द ही सरकार को भी इसके लिये प्रस्ताव भेजा जाएगा। साथ ही सभी ने यह भी तय किया कि जब तक शासन द्वारा यह प्रस्ताव पास नहीं होता है तब भी कसरेठ बाजार के व्यापारी अपने कागजों, बिल बुक आदि में कसरेठ बाजार के लिये नरेश जी के नाम का ही प्रयोग करेंगे तथा अपने प्रतिष्ठानों और दुकानों के बोर्ड पर नरेश जी के नाम का उल्लेख करेंगे। यही उनके लिये सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

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