तीसरे दिन भी जारी रहा चीनी मिल गेट पर किसानों का धरना
सिंभावली। ब्याज समेत बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन का चीनी मिल के गेट पर चल रहा अनिश्चितकालीन धरना तीसरे दिन भी जारी रहा।
संगठन के जिलाध्यक्ष विरेश सिंह ने कहा कि सिंभावली चीनी मिल पर पिछले पेराई सत्र का 70 करोड़ और वर्तमान सत्र के दो माह का ही 170 करोड़ रुपया बकाया चल रहा है। किसानों के बार-बार आंदोलन के बावजूद भी मिल प्रबंधन समय से भुगतान करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहा। किसान पहले तो खेतों में दिन-रात मेहनत कर गन्ने की फसल उगाता है, उसके बाद मिल से पर्ची मिलने का इंतजार करता है। फिर फसल काटकर उधार मिल प्रबंधन को बेचता है। इसके बाद भुगतान के लिए आंदोलन करना पड़ता है। तीसरे दिन धरने में सरदार बलविंद्र सिंह, बीरपाल, नरेन्द्र सिंह, समरपाल सिंह आदि थे।
सिंभावली मिल ने गत वर्ष का 90 प्रतिशत भुगतान किया
सिंभावली चीनी मिल के मुख्य महाप्रबंधक करन सिंह ने बताया कि वर्तमान पेराई सत्र में मिल प्रबंधन द्वारा 90 हजार क्विंटल से अधिक गन्ने की पेराई प्रतिदिन की जा रही है। सिंभावली मिल ने इस सत्र में अभी तक 53 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की है। जोकि पिछले वर्ष से अभी तक 48 लाख क्विंटल अधिक है। करन सिंह ने बताया कि पिछले पेराई सत्र में मिल ने 145 लाख क्विंटल गन्ने की खरीद की थी, जिसका मूल्या 501 करोड़ रुपये है। जिसमें से मिल प्रबंधन द्वारा किसानों के खातों में 436 करोड़ रुपये भुगतान किया जा चुका है। पिछले पेराई सत्र का मात्र 10 प्रतिशत गन्ना भुगतान मिल पर बकाया है, जिसका भुगतान भी जल्द कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि चीनी मिल को किसी भी बैंक से सीसीएल नहीं मिल पाया है, जिसके चलते चीनी, एथनॉल, मैली और बैगास की बिक्री पर निर्भर रहना पड़ता है।
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