जैन धर्म के दशलक्षण महापर्व का आज दसवा दिन उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म
हापुड़। कसेरठ बाजार स्थित श्री 1008 आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में पर्व राज दशलक्षण पर्व के शुभ अवसर पर भव्य आयोजन श्री 108 विद्यासागर महाराज जी के शिष्य पंडित प्रवीण भैया जी द्वारा मधुर ध्वनि के साथ संपन्न कराया गया । प्रातः काल से ही मंदिर जी में नित्यनियम पूजा प्रक्षाल विधि विधान द्वारा किये गए जिसमें भक्तामभर विधान – अशोक,मुकेश ,राकेश, सुबोध,संदीप,नितिन, नवीन संयम,मुकेश,राजीव ,सुधीर कुमार आशीष जैन द्वारा कराया गया। विधान में काफी श्रद्धालुओं ने भाग लिया । इस दशलक्षण महापर्व पर पंडित प्रवीण भैया जी ने बताया कि उत्तम ब्रमचर्य धर्म ब्रह्मचर्य अर्थात अपनी पत्नी के अलावा दूसरी बहन, बेटियों, स्त्रियों को अपनी ही बहन बेटी की नजर से देखना दूसरी स्त्री को देख मन में गलत भाव नहीं आना ही उत्तम ब्रह्मचर्य कहलाता है। शाम के समय मंदिर जी में सामूहिक आरती की गई तत्पश्चात रात्रि में जैन समाज द्वारा बच्चों के फैंसी ड्रेस शो का प्रोग्राम प्रस्तुत किया गया जिसमे प्रमित लविश,पर्व,डेलीना, गर्वित,मोक्षी,माधविक भव्य,अर्हम, परी, ,अनंत,खुशी,विहान आदि बच्चों ने भाग लिया । इस अवसर पर जैन समाज के अनिल वीरेंद्र जैन,अध्यक्ष राजेश जैन महामंत्री अशोक जैन कोषाध्यक्ष सुखमाल जैन ,जैन मिलन के सदस्य,महिला मिलन सुमति के सदस्य,नितिन जैन अकाश जैन सुधीर जैन पुलकित,चुन्नू, मनोज,अनिल विनोद सुरेश तुषार अनिल राहुल संदीप गौरव कनिका,बीना,प्रियांशी मधु ,कनिका,सरोज सपना प्रगति शिप्रा वंदना प्रेरणा आदि लोग उपस्थित थे ।