जैन धर्म के दशलक्षण महापर्व का आज नवा दिन उत्तम आकिंचन धर्म
हापुड़।
कसेरठ बाजार स्थित श्री 1008 आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में पर्व राज दशलक्षण पर्व के शुभ अवसर पर भव्य आयोजन श्री 108 विद्यासागर महाराज जी के शिष्य पंडित प्रवीण भैया जी द्वारा मधुर ध्वनि के साथ संपन्न कराए जा रहे हैं।
प्रातः काल से ही मंदिर जी में नित्यनियम पूजा प्रक्षाल विधि विधान द्वारा किये गए जिसमें रिद्धि सिद्धि विधान – अभिषेक दीपेश जैन, सुशील दिवित जैन,वीरेंद्र नितिन जैन,अंकित,अंकुर जैन ,सुधीर कुमार आशीष जैन द्वारा कराया गया। विधान में काफी श्रद्धालुओं ने भाग लिया ।
इस दशलक्षण महापर्व पर पंडित प्रवीण भैया जी ने बताया कि उत्तम आंकिचन धर्म मतलब इच्छाओं का को त्यागना,मन में थोड़ी सी भी किसी भी प्रकार की लालसा नहीं रखना, इच्छाओं को मारना ही आकिंचन कहलाता है
शाम के समय मंदिर जी में सामूहिक आरती की गई
तत्पश्चात रात्रि में जैन समाज द्वारा बच्चों के नृत्य प्रस्तुत किये गए जिसमे लविश,पर्व,डेलीना, गर्वित,मोक्षी, भव्य,अर्हम, परी, रिया,अनंत,खुशी,विहान आदि बच्चों ने बहुत सुंदर नृत्य प्रस्तुत किये।
तुषार जैन ने बताया कि 21 सितंबर सोमवार को जैन समाज के तत्वधान में श्री 1008 शांतिनाथ भगवान की रथयात्रा प्रातः 10 बजे आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर कसेरठ बाज़ार से धूमधाम से निकाली जाएगी ।
इस अवसर पर जैन समाज के अनिल जैन,अध्यक्ष राजेश जैन महामंत्री अशोक जैन कोषाध्यक्ष सुखमाल जैन ,जैन मिलन के सदस्य,महिला मिलन सुमति के सदस्य,नितिन जैन अकाश जैन सुधीर जैन अनिल विनोद सुरेश तुषार अनिल राहुल संदीप गौरव कनिका,बीना,प्रियांशी मधु ,कनिका,सरोज सपना प्रगति शिप्रा वंदना प्रेरणा आदि लोग उपस्थित थे ।
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