हापुड़(अमित मुन्ना/अनूप)।
कोरोना काल में मरीजों से लूट मचानें वालें अस्पतालों की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने कार्यवाही के सख्त निर्देश देते हुए प्रदेश के 10 अस्पतालों के लाईसेंस निरस्त किए हैं । नौ पर एफआईआर दर्ज की गई, जबकि 117 अस्पतालों को नोटिस जारी किए है।जिससे अस्पताल संचालकों में हड़कंप मचा हुआ हैं। इनमें हापुड़ के एक अस्पताल पर भी कार्यवाही के संकेत शासन ने दिए हैं।
जानकारी के अनुसार प्रदेश में कोरोना पीक के दौरान आक्सीजन बेड, इंजेक्शन व अन्य चीजों की उपलब्धता को लेकर मारा मारी मची हुई है। इस दौरान कुछ अस्पतालों ने मौकें का फायदा उठाकर मरीजों से अनापशनाप बिल वसूली की और मरीजों व उनके परिजनों से अभद्रता की।
मामलें को संज्ञान में लेते हुए डीएम अनुज सिंह के निर्देश पर सीएमओ डा.रेखा शर्मा ने हापुड़ के अस्पतालों को नोटिस जारी कर जबाब मांगा था। मामलें में हद तो तब हो गई ,जब जनपद के एक अस्पताल ने शवों को देनें के लिए पहले बिल वसूली की शर्त रखी और बिल वसूलनें के बाद ही शवों को दिया गया था। हांलाकि मामलें में डीएम अनुज सिंह ने सख्त तेवर अपनाते हुए अस्पतालों को चेतावनी दी थी।
इन मामलों में पीड़ितों के परिजनों ने मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक अस्पताल संचालकों द्वारा मनमानी व उत्पीडन की शिकायत की थी,जिसमें शासन ने जाचं करवाई। जिसमें काफी मामलें में शिकायत सही पाई गई थी।
मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर शासन ने जांच रिपोर्ट आनें पर एक्शन शुरू कर दिया। हापुड़ में भी एक अस्पताल की शिकायत सही पाई गई है,जिस पर शासन ने कार्यवाही के संकेत दिए हैं।
हांलाकि सीएमओ डा. रेखा शर्मा ने बताया कि अभी तक ऐसा कोई मामला उनके संज्ञान में नहीं आया हैं। निर्देश मिलनें पर कार्यवाही की जायेगी।