काकोरी ट्रेन एक्शन डे’ के तहत निबन्ध लेखन एवं स्लोगन लेखन का हुआ आयोजन, पीयूष, मोनिका, आकांशा, रितिका ने मारी बाजी
हापुड़ (अमित अग्रवाल मुन्ना)।
एस.एस.वी0श. कॉलिज में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत काकोरी ट्रेन एक्शन डे के अन्तर्गत निबन्ध लेखन एवं स्लोगन लेखन का आयोजन किया गया, जिसमें महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने बडे़ उत्साह के साथ प्रतिभाग किया।इस कार्यक्रम की आयोजिका डॉ0 रानी तिवारी, एसोसिएट प्रोफेसर, अंग्रेजी विभाग ने बताया कि निबन्ध लेखन का विषय था ‘‘भारत के स्वाधीनता संग्राम में पं0 राम प्रसाद बिस्मिल एवं चन्द्रशेखर आज़ाद का योगदान’’ एवं स्लोगन लेखन का विषय था ‘‘भारत का स्वाधीनता संग्राम।’’ काकोरी ट्रेन एक्शन एक टेªन डकैती थी, जो 9 अगस्त, 1925 को लखनऊ के पास काकोरी नामक गांव में ब्रिटिश राज के खिलाफ भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के क्रांतिकारियों द्वारा की गई थी। इसकी कार्यवाही हिन्दुस्तान रिपब्लिक एसोसिएशन के क्रांतिकारियों द्वारा की गई थी। इनका मुख्य उद्देश्य भारत को ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से मुक्ति दिलाना था और इसके लिए वो सशस्त्र विद्रोह करने के भी पक्षधर थे। अंग्रेजी सरकार द्वारा चार वीर सपूतों राम प्रसाद बिस्मिल, राजेन्द्र लाहिड़ी, अश्फाकउल्ला खान और ठाकुर रोशन सिंह को फांसी दे दी गई थी। निबन्ध एवं स्लोगन लेखन कार्यक्रम देश के युवाओं को आगे आने, हमारे लोकतंत्र की सच्ची भावना को आत्मसात करने तथा भारत की आजादी के 75 साल पूरे जोश के साथ मनाने के लिये उन्हे प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से किया गया। निबन्ध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पीयूष चतुर्वेदी बी0ए0 द्वितीय सेमेस्टर, द्वितीय स्थान मोनिका भारद्वाज एम0ए0 अंग्रेजी, तृतीय स्थान आकांशा एम0ए0 अंग्रेजी एवं रितिका भारद्वाज बी0एससी0 द्वितीय सेमेस्टर ने हासिल किया। सिमरन सैनी, समद चौधरी, बिन्दु, मानवी एवं रेहान ने प्रतिभाग किया।
स्लोगन लेखन में प्रथम स्थान आकांशा एम0ए0 अंग्रेजी, द्वितीय स्थान एकता तोमर बी0एससी0 द्वितीय सेमेस्टर, तृतीय स्थान मोनिका भारद्वाज एवं सायमा एम0ए0 अंग्रेजी ने प्राप्त किया। अन्य नेहा, राखी शर्मा एम0एस0सी0 भौतिक विभाग, वैशाली, सदफ एवं भरत माहेश्वरी ने प्रतिभाग किया।
निर्णायक की भूमिका में भौतिक विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ0 आर0पी0 सिंह एवं डॉ0 सतेन्द्र पाल सिंह ने अपना विशेष सहयोग दिया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में डॉ0 शालू शर्मा असि0 प्रोफेसर वनस्पति विज्ञान विभाग (स्ववित्तपोषित) एवं श्री भीम सिंह का पूर्ण सहयोग रहा।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ0 सतीश कुमार ने परिणाम की घोषणा करते हुए सभी प्रतिभागियों को सराहा एवं आयोजकांे को बधाई दी।
(डॉ0 सतीश कुमार)
प्राचार्य
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