ओपीडी में आने वाले मरीजों की टीबी स्क्रीनिंग की जाये:डा.राजेश


जीएस मेडिकल कॉलेज में हुई कोर कमेटी की बैठक
हापुड़,पिलुखवा-
सोमवार को जिला क्षय रोग अधिकारी डा.राजेश सिंह की अध्यक्षता में जीएस
मेडिकल कालेज में आयोजित कोर कमेटी की बैठक ओपीडी में आने वाले रोगियों
की टीबी स्क्रीनिंग और रेफरल के साथ ही जांच और संपर्किंयों को टीबी
प्रीवेंटिव थेरेपी (टीपीटी) के मुद्दे पर चर्चा हुई।
    डीटीओ ने बताया कि जनवरी माह से जिले में पल्मोनरी (फेफड़ों की टीबी)
टीबी के रोगियों के सभी नजदीकी संपर्क वालों को टीपीटी देनी शुरू कर दी
गई है, इससे पहले टीपीटी केवल क्षय रोगियों के परिवार में मौजूद पांच
वर्ष तक के बच्चों को दी जाती थी।
 बैठक में विश्व स्वास्थ्य संगठन की मंडलीय सलाहकार डा.रेणु डोफे,
प्रधानाचार्य डा.प्रदीप गर्ग के प्रतिनिधि के रूप में विभागाध्यक्ष
(मेडिसिन) डा.एसके गुप्ता और विभागाध्यक्ष (टीबी एंड चेस्ट) डा.लविका
लखटकिया ने भाग लिया।
डीटीओ डा. राजेश सिंह ने बताया कि ओपीडी में आने वाले सभी रोगियों की
टीबी स्क्रीनिंग आवश्यक है। प्रतिदिन ओपीडी में आने वाले रोगियों में
पांच प्रतिशत और एकीकृत निक्षय दिवस के मौके पर हर माह की 15 तारीख को
आने वाले रोगियों में से 10 प्रतिशत को टीबी जांच के लिए रेफर करना जरूरी
है, इसमें कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने सभी
विभागाध्यक्षों से टीबी संबंधी जांचों को निशुल्क करने की सिफारिश कॉलेज
प्रबंधन से करने की बात कही।
   जिला पीपीएम समन्वयक सुशील चौधरी ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के पास
उपलब्ध ट्रूनेट मशीन के लिए जिला क्षय रोग विभाग से चिप उपलब्ध कराई
जाएंगी,ताकि मेडिकल कॉलेज में ट्रूनेट मशीन से जांच की सकें। चिप आवंटित
कराने के लिए मेडिकल कॉलेज की ओर से जिला क्षय रोग विभाग को इंडेंट भेजा
जाएगा।              बैठक में विभागाध्यक्ष (सर्जरी) डा. मधुबाला
गौड,,विभागाध्यक्ष (पैथोलॉजी) डा.सरनदीप पुरी, विभागाध्यक्ष (गायनी)
डा.सुनीता सिंघल,विभागाध्यक्ष (माइक्रोबायोलॉजी)डा.रितु
अग्रवाल,विभागाध्यक्ष (कम्युनिटी मेडिसिन)डा.नितिन कुमार,विभागाध्यक्ष
(रेडियोलॉजी)डा.विजय कुलश्रेष्ठ,फिजीशियन डा. सौरभ

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