रेप के आरोप की एफआईआर दर्ज होने के बाद अधिवक्ता ने दर्ज करवाई 6 लोगों के विरुद्ध झूठी एफआईआर दर्ज करवाने की रिपोर्ट

रेप के आरोप की एफआईआर दर्ज होने के बाद अधिवक्ता ने दर्ज करवाई 6 लोगों के विरुद्ध झूठी एफआईआर दर्ज करवाने की रिपोर्ट

हापुड़। थाना देहात क्षेत्र के गांव निवासी अधिवक्ता ने पुरानी रंजिश में कुछ लोगों द्वारा रुपये देकर एक महिला से उसके खिलाफ झूठी दुष्कर्म की रिपोर्ट लिखाने का आरोप लगाया है। पुलिस द्वारा कार्रवाई मन करने पर पीड़ित ने न्यायालय के आदेश पर छह आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।

पीड़ित बताया कि वह पिछले 16 वर्षों से हापुड़ कचहरी में अधिवक्ता है। वर्ष 1983 में उसके दादा की गांव के ही कुछ लोगों ने हत्या कर दी थी। जिसमें सभी आरोपियों को गाजियाबाद न्यायालय से आजीवन कारावास की सजा हुई थी।

जिसके बाद सभी आरोपियों की अपील भी उच्च व सर्वोच्च न्यायालय से खारिज होकर सजा बरकरार है। ये सभी अपील उसके द्वारा की गई थी। इस पर गांव के ही कुछ लोग उससे रंजिश मानते आ रहे हैं।

आरोप है कि सजायाफ्ता आरोपी के सगे भाई ने एक महिला से मिलकर
सोशल मीडिया के माध्यम से उसके साले की दोस्ती करा दी और उसी से वर्ष 2023 में जबरन निकाह भी करा दिया।

आरोपी व उसके परिजनों ने महिला के परिजनों से षड्यंत्र करके मोटी रकम देकर थाना काशीपुर जिला उधमसिंहनगर उत्तराखंड में उसके खिलाफ दुष्कर्म की झूठी रिपोर्ट दर्ज करा दी।

विवेचना के दौरान मामला झूठा पाया गया। आरोपी महिला व उसके परिजनों ने 15 मई 2024 की दोपहर दो बजे उसे उसकी ससुराल थाना गढ़मुक्तेश्वर के
एक गांव बुलाया। इस दौरान आरोपी महिला व उसके जीजा ने उसके व सास के साथ अभद्रता कर पिटाई की। बचाव करने आई उसके साले की पत्नी के साथ आरोपी महिला के जीजा ने छेड़छाड़ भी की। मामले में पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो उसने कोर्ट की शरण ली।

थाना प्रभारी निरीक्षक सुरेश कुमार ने बताया कि मामलें में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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