हापुड़।
थाना पिलखुवा क्षेत्र के एक गांव में बिना अनुमति डॉ.अम्बेडकर की प्रतिमा लगानें का विरोध करनें पर दो पक्ष आमने-सामने आ गए थे। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंच समझानें का प्रयास किया,तो एक पक्ष की महिलाओं सहित अन्य ने छतों से पुलिस व वाहनों पर पथराव कर किया था। मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
घटना में सीओ , कोतवाल सहित कई वाहनों के शीशे टूट गए। पथराव से दरोगा सहित आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए।
पुलिस ने मामलें में 37 नामदर्ज व 60 अज्ञात पर एफआईआर दर्ज की है।
जानकारी के अनुसार पिलखुवा के गांव गालंद में सोमवार की रात मौ० गढी में अम्बेडकर भवन पर करीब 40-50 महिलाओं की भीड ने बाबा सहाब डा0 भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति की स्थापित करने का प्रयास किया, जिसका विरोध दूसरे पक्ष के लोगों ने किया।जिसको लेकर दो पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों के लोगों को समझाने का प्रयास किया। इसी बीच स्वीकृति से प्रतिमा लगाए जाने को लेकर पुलिस ने पूछताछ की तो पुलिस पर पथराव शुरू हो गया। पुलिस ने अचानक हुए पथराव से जैसे-तैसे बचकर जान बचाई।
पथराव से सीओ , इंस्पेक्टर व पुलिस वाहन समेत कई वाहनों के शीशे भी टूट गए। इस दौरान पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर कर कई लोगों को हिरासत में लिया है। तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
पथराव से दरोगा विपिन कुमार ,
हेड कांस्टेबल गौरव निर्वाल , कांस्टेबल सतीश कुमार गम्भीर रूप से घायल हो गए।
एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि प्रतिमा लगाने को लेकर हंगामा हुआ में लेकर पूछताछ की जा रही है। मामला दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उधर दरोगा अश्वनी कुमार की तहरीर पर 37 नामदर्जव
60,70 अज्ञात पुरूष व महिलाओं के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाई गई है।