हापुड़।
देश से कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। कोरोना के खिलाफ जंग जारी है। यह अलग बात है कि कोरोना अभी चीन में तबाही मचा रहा है, लेकिन हम देशवासियों को भी सतर्क रहना होगा। इसके लिए एहतियात बरतने होंगे। यह बातें राष्ट्रीय सैनिक संस्था द्वारा हापुड़ में आयोजित राष्ट्रीय एकीकरण एवं चरित्र निर्माण दिवस कार्यक्रम में आए उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने कहीं। उन्होंने देश के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले सैनिकों के स्वजन को सम्मानित भी किया।
उन्होंने कहा कि चीन, जापान समेत अन्य देश कोरोना महामारी से जूझ रहे हैं। इसलिए हमें सावधानी बरतनी होगी। मास्क का इस्तेमाल और शारीरिक दूरी का पालन करना होगा।। उन्होंने कहा कि दो शब्द जय हिंद हम सबको एक सूत्र में बांधते हैं। ऊर्जा का संचार करते हैं। हम सबके लिए राष्ट्र सर्वोपरि है। राष्ट्रीय एकीकरण और चरित्र निर्माण एक -दूसरे के पूरक हैं। उन्होंने कहा कि भारत एक विशाल देश है। राष्ट्रीय सैनिक संस्था का राष्ट्रव्यापी परिवार है। हापुड़ के लोग अपने जाबाजों को कभी नहीं भूलते हैं।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सैनिक संस्था के आज देश में 93 हजार से अधिक सदस्य हैं। यह इत्तेफाक है कि वर्ष 1971 में पाकिस्तान के 93 हजार सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने सरेंडर कर दिया था। आज जब महिलाएं राष्ट्रीय सैनिक संस्था की टोपी सिर पर लगाती हैं तो मुझे वह दुर्गा माता, नारी शक्ति का रूप, नारी नारायणी दिखाई देती हैं। विश्व शांति केंद्र के संस्थापक डाक्टर लोकेश ने विचार रखते हुए शांति का संदेश दिया।