किसान की शिकायत पर डीएम ने करोड़ों रूपए का भुगतान ना करनें पर चीनी मिल अधिकारियों को घंटों थानें में बैठाया , भुगतान के आश्वासन पर छोड़ा
हापुड़।
चीनी मिलों द्वारा मासिक लक्ष्य के अनुसार भुगतान नहीं करने पर गुरुवार को डीएम ने बैठक में चीनी मिल के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई और पुलिस के हवाले कर दिया। घंटों तक मिल के आधिकारियों को कोतवाली में बैठाए रखा गया और उन्हें मुकदमा दर्ज कराने की भी चेतावनी भी दी गई ।
सिंभावली और ब्रजनाथपुर चीनी जिले की प्रमुख चीनी मिले हैं जहां जिले का अधिकांश किसान इन्हीं को अपने गन्ने की सप्लाई करते हैं लेकिन किसानों का आरोप रहता है क उनको समय से भुगतान नहीं मिलता। बीते दिनों डीएम की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सिंभावली चीनी मिल ने हर महीने 50 करोड़ और बृजनाथपुर चीनी मिल ने 20 करोड़ का भुगतान करने का लिखित में वादा किया था। सिंभावली चीनी मिल इस माह अब तक महज 25 करोड़ का भुगतान ही कर सका है, जबकि ब्रजनाथपुर चीनी मिल ने 14 करोड़ का भुगतान किया है। किसानों की शिकायत पर गुरुवार को डीएम प्रेरणा शर्मा ने चीनी मिल के अधिकारियों की बैठक बुलाई। भुगतान के बारे में पूरी जानकारी ली और लक्ष्य के सापेक्ष भुगतान नहीं किए जाने पर डीएम ने अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई। सिंभावली चीनी मिल के सीजीएम कर्ण सिंह, जीएम विश्वासराज, वित्त अधिकारी विरेंद्र समेत चार अधिकारियों को सुबह दस बजे से शाम सात बजे तक कलेक्ट्रेट में बैठाकर रखा गया। जिसके बाद पुलिस को सौंप दिया गया। बृहस्पतिवार शाम को करीब ढाई घंटा तक इन अधिकारियों को कोतवाली थाने में बैठाए रखा। डीएम ने भुगतान न करने पर एफआईआर की भी चेतावनी दी है।सिंभावली चीनी मिल पर किसानों का 307 करोड़ रुपये बकाया है जबकि बृजनाथपुर चीनी मिल पर 105 करोड़ रुपये का भुगतान बकाया है।
-समय पर नहीं किया भुगतान तो होगी कड़ी कार्रवाई
सिंभावली चीनी मिल ने लक्ष्य के मुताबिक किसानों का भुगतान नहीं किया। डीएम इस मामले को लेकर काफी सख्त हैं और उनके आदेश हैं कि अगर अब भुगतान में लापरवाही पर एफआईआर भी करायी जाएगी।–निधि गुप्ता, जिला गन्ना अधिकारी।
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