धौलाना (आदित्य वशिष्ठ )।
हापुड़ जनपद का सबसे बड़ा औधोगिक क्षेत्र धौलाना यूपीएसआईडीसी आज भी अपनी मूलभूत सुविधाओं को प्राप्त करने के लिये संघर्ष कर रहा है । जल निकासी नही होने से पार्को व हर तरफ जलभराव औधोगिक क्षेत्र के विकास के पहिये को अवरुद्ध कर देती है । सुगम जल निकासी नही होने के कारण आवागमन थम जाता है । यहा तक उत्पादन क्षमता भी प्रभावित होती । औधोगिक कमेटी के अध्यक्ष एन एन मिश्रा दो दशक से औधोगिक क्षेत्र को मूलभूत सुविधा दिलाने के लिये संघर्ष के लिये जाने जाते है । लेकिन गूंगा बहरा बना प्रशासन विकास की कुंजी बने धौलाना क्षेत्र को वो सुविधा उपलब्ध नही करा पाया जिसकी उसे दरकार है । धौलाना औधोगिक क्षेत्र में छोटी बड़ी हजारो इकाई संचालित है । जहा क्षेत्र के हजारों लोगों को रोजगार तो मिल ही रहा है वही राजस्व देने में जनपद में अव्वल है उसके बाद भी जलभराव निकासी, सड़के, स्वच्छ पार्क , जैसी मूल सुविधा तक उपलब्ध नही है । आरोप है की उल्टा प्रशासन तरह तरह के आरोप लगाकर उधमियो को परेशान करने का कोई मौका नही छोड़ता । जिससे उधमियो के मन मे हमेशा शंका बनी रहती है । इसी डर से काफी संख्या में उधमी यहा से पलायन तक कर चुके है । प्रशासन की बेरुखी के कारण धौलाना का औधोगिक क्षेत्र जलभराव का आज तक दंश झेलता आ रहा है । पर इसकी आवाज आज तक शासन के कर्णधारो तक नही पहुच रही ।