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आई लव यू मम्मा आप हमें क्यों छोड़ गईं, भाई-मां की लाशें देख बिलख पड़ी मासूम बेटियां।

कानपुर के नौबस्ता फ्लाईओवर पर सड़क हादसे में मौत के बाद नीलू और बेटे रुद्र के शवों को पोस्टमार्टम के बाद बर्राचार स्थित आवास लाया गया. मां-बेटे के शव एक साथ घर पहुंचे तो चीख-पुकार से मोहल्ला गूंज उठा। अंतिम संस्कार के लिए ले जाने से पहले दोनों बच्चों को अंतिम बार शव दिखाया गया। माही ने मा के श्व पर पुस्प पर पड़ी हुई कहा कि आई लव यू मम्मा आपने हमें क्यों छोड़ दिया।

कानपुर के नौबस्ता में ओवरब्रिज पर चढ़ने के लिए बने रैंप पर शुक्रवार सुबह ट्रक से कुचलकर 10 साल के बेटे और मां की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं बाइक चला रहे महिला के पति भी गंभीर रूप से घायल हो गए। बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर तीनों बाइक से ड्योढ़ी गंगा स्नान करने जा रहे थे। तभी उन्हें एक वाहन ने टक्कर मार दी। इसके बाद सड़क पर गिरे मां-बेटे को ट्रक ने रौंद दिया।

बर्रा चार निवासी अजय मिश्रा उर्फ सोनू की जरीब चौकी में प्लाईवुड की दुकान है। शुक्रवार सुबह करीब साढ़े सात बजे पत्नी नीलू (38) व बेटे रुद्र के साथ बाइक से महाराजपुर के ड्योढ़ी घाट जा रहे थे। नौबस्ता बाईपास पार करके ओवरब्रिज पर जाने के लिए जैसे ही रैंप पर चढ़े, पीछे से एक अज्ञात वाहन ने बाइक में टक्कर मार दी।

इससे बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई। नीलू व उनका बेटा रुद्र सड़क पर दाहिनी ओर और अजय बाएं तरफ गिरे। इसी बीच पीछे से आए ट्रक ने मां-बेटे को रौंद दिया। हादसे के बाद चालक ट्रक लेकर भाग निकला। पुलिस ने ट्रक को कब्जे में ले लिया है। उधर नीलू और रुद्र की मौत की खबर से परिजनों में कोहराम मच गया।

अजय मिश्रा के बड़े भाई संजय मिश्रा जरीब चौकी व्यापार मंडल के अध्यक्ष हैं। उनके परिवारीजनों के साथ हुए हादसे की सूचना पर पोस्टमार्टम में लोगों की भीड़ लग गई। नौबस्ता थाना प्रभारी संजय पांडेय ने बताया कि अभी परिजनों की ओर से तहरीर नहीं मिली है। मिलती है तो रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

 

घर पहुंचे भाई और मां के शवों को देखकर बिलख पड़ीं दोनों बेटियां
कानपुर के नौबस्ता फ्लाईओवर पर सड़क हादसे में मौत के बाद नीलू और बेटे रुद्र के शवों को पोस्टमार्टम के बाद बर्रा-चार स्थित आवास पर लाया गया। एक साथ मां-बेटे के शव जब घर पहुंचे तो चीख, पुकार से मोहल्ला गूंज उठा। मां व भाई की मौत से माही (12) व ऋद्धि (10) का भी रो-रोकर बुरा हाल रहा।

अंतिम संस्कार के लिए ले जाने से पहले दोनों बच्चों को आखिरी बार शव दिखाए गए। माही ने मां के शव पर पुष्प डालते हुए कहा आई लव यू मम्माआप हमें छोड़कर क्यों चली गईं । अजय मिश्रा ने बताया कि बड़ी बेटी माही के जन्म के बाद वह और उनकी पत्नी नीलू ने ईश्वर से एक बेटे की कामना की थी।

इसके बाद जुड़वां बच्चे रुद्र और ऋद्धि का जन्म हुआ। 26 मार्च को ही जरीबचौकी में प्लाईवुड का कारोबार शुरू किया था। परिवार में सबकुछ ठीक चल रहा था। एक पल में उनकी खुशियों का संसार लुट गया। वहीं घर पहुंचे रुद्र के शव को उसकी बुआ और मौसी एक टक लगाकर देखते ही जा रहीं थीं।

आंसुओं की धार रुकने का नाम नहीं ले रही थी। रुद्र परिवार का इकलौता बेटा होने के कारण सभी का दुलारा था। रुद्र के स्कूल में भी गम का माहौल छा गया। दोनों शवों का भैरोघाट पर अंतिम संस्कार किया गया। अजय ने नीलू के शव को मुखाग्नि दी और रुद्र के शव को उसके ताऊ के बेटे ने मुखाग्नि दी।

अगर छीननी ही थीं तो परिवार को क्यों दी खुशियां
अजय के बड़े भाई संजय ने बताया कि पूरा परिवार ड्यूढ़ी घाट स्थित हनुमान मंदिर का भक्त है। शुक्रवार को भी भाई अजय बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर बेटे व बहू के साथ गंगा स्नान व भगवान के दर्शन करने जा रहा था। कहा, अगर ऊपर वाले को खुशियां छीननी ही थीं तो दीं क्यों।

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