आप अपना पैसा इंवेस्ट करने से पहले क्या सिर्फ हाई रिटर्न देखते हैं? अगर हां, तब आपको इससे बचना चाहिए। हमारा इंवेस्टमेंट सिर्फ हाई रिटर्न पर ही नहीं बल्कि इक्विटी, कैश, सेविंग, फाइनेंशियल प्लान पर भी निर्भर करता है। अगर आप इक्विटी से सम्बंधित एवेन्यू पर इंवेस्ट कर रहे हैं और उस पर रिस्क का आकलन नहीं कर रहे हैं तो यह भविष्य में आपके लिए बड़ी मुसीबत बन सकता है। आइए जानते हैं कि मार्केट में पैसा इंवेस्ट करने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
अपनी क्षमता और उम्र के हिसाब से करें इंवेस्टमेंट
हमारा इंवेस्टमेंट बहुत हद तक इक्विटी, कैश जैसे कारकों पर निर्भर करेगा। इसके अलावा कई अन्य पर्सनल फैक्टर भी इसमें बड़ी भूमिका निभाते हैं। जैसे उम्र, खतरा उठाने की क्षमता आदि। इसलिए फाइनेंशियल एक्सपर्ट दो अलग-अलग उम्र के व्यक्ति को अलग-अलग सलाह देते हैं। फाइनेंस एक्सपर्ट और स्क्रीप बाॅक्स के को फाउंडर प्रतीक मेहता के अनुसार, ‘हर एक इंवेस्टर की अलग-अलग क्षमता होती है रिस्क उठाने की। हर एक इंवेस्टर को इंवेस्टमेंट गोल और एसेट क्लास पर ध्यान देते हुए इंवेस्ट करना चाहिए।’
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अलग-अलग जगह करें इंवेस्टमेंट
जब आप अपने इंवेस्टमेंट की पड़ताल करते हैं तब आप बहुत उसपर का रिस्क घटा लेते हैं। उदारहण के लिए समझते हैं आपने 30 प्रतिशत स्टाॅक मार्केट, 20 प्रतिशत इंश्योरेंस, 30 प्रतिशत और 20 प्रतिशत रियल स्टेट में इंवेस्ट करते हैं, और रियल स्टेट अचानक घाटे में जाने लगता है। तब भी आपका 70 प्रतिशत पैसा सुरक्षित रहता है।
अपने इंवेस्टमेंट पर नजर बनाए रखें
हम कई बार इंवेस्टमेंट करके भूल जाते हैं या फिर समय नहीं दे पाते हैं। ऐसे में हमें काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसलिए हमें इंवेस्टमेंट पर हमेशा नजर बनाए रखनी चाहिए, साथ ही उसका समय-समय पर आंकलन भी करना चाहिए।
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अपना रिस्क उठाने की क्षमता जरूर जांचे
हर व्यक्ति अलग-अलग स्तर पर रिस्क उठाने की क्षमता रखता है। इसलिए मार्केट में इंवेस्ट करते वक्त अपनी रिस्क उठाने की क्षमता को जरूर देखें। ऐसे में हम घाटे से बच सकते हैं। हमें अपनी इनकम के हिसाब से ही रिस्क उठाना चाहिए। प्रतीक मेहता कहते हैं कि कई बार इंवेस्टर अपनी क्षमता से अधिक का खतरा उठा लेते हैं, जोकि बाद में उनके लिए मुसीबत बन जाता है। इसके अलावा हमें अपने इंवेस्टमेंट को लेकर इमोशनल नहीं होना चाहिए।