हापुड़ का होगा चहुंमुखी विकास : वीसी डॉ नितिन गौड़ ने मुख्यमंत्री योगी के समक्ष दी प्रस्तुतीकरण
हापुड़। हापुड़ जनपद के विकास को लेकर हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण ने महायोजना 2031को लेकर लखनऊ में वीसी डॉ नितिन गौड़ ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष सरल ढंग से प्रस्तुतीकरण दिया। जिससे उम्मीद हैं कि जल्द ही महायोजना 2031 को मंजूरी मिल सकती है। अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह ने प्राधिकरण से इसकी सीमा विस्तार का प्रस्ताव मांगा है। जिसके बाद महायोजना 2031 को जिले में लागू कर दिया जाएगा। इससे जिले का तेजी से विकास होगा।प्राधिकरण उपाध्यक्ष डॉ. नितिन गौड़ ने बताया कि मार्च माह की शुरूआत में ही महायोजना 2031 के लागू होने की पूरी उम्मीद है। महायोजना के तहत जिले में प्राधिकरण की सीमा का विस्तार होगा। जिले में प्राधिकरण की कुल सीमा का 51 फीसदी आवासीय क्षेत्र रहेगा, जबकि 9.6 फीसदी औद्योगिक क्षेत्र और पूरे क्षेत्र का 2.8 फीसदी व्यवसायिक रहेगा। इसके अलावा अन्य क्षेत्रों के भी मानक निर्धारित कर दिए गए हैं।
वीसी डॉ. नितिन गौड ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सुनियोजित विकास पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जिले की स्थानीय प्रमुखताओं को गौर रखते हुए प्रोत्साहित किया जाए। स्थानीय शिल्पकला और परंपरागत उत्पादों को प्रोत्साहित करने के लिए कलस्टर विकसित किए जाएं। नए मास्टर प्लान में औद्योगिक और व्यावसायिक क्षेत्रों को विस्तार दिया जाए। जिसके लिए प्राधिकरण द्वारा जल्द नई रिपोर्ट बनाकर शासन को भेज दी जाएगी। अभी तक प्राधिकरण की सीमा में जिले 137 गांव शामिल थे। पूर्व में 22 गांव इसमें शामिल करने का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है। अब इनमें बढ़ोतरी हो जाएगी। महायोजना के तहत प्राधिकरण के स्थान का भू-उपयोग परिवर्तित हो जाएगा। भू-उपयोग के आधार पर उद्यमी निवेश कर सकेंगे। वहीं भू-उपयोग की जानकारी ऑनलाइन करने की भी घोषणा की है। ताकि हर कोई भूमि की जानकारी आसानी से जान सके।
उन्होंने बताया कि हापुड़ महायोजना 2005 के तहत शहरी निर्मित क्षेत्र का क्षेत्रफल 412 हेक्टेयर है। जबकि पिलखुवा महायोजना 2021 के तहत शहरी निर्मित क्षेत्र का क्षेत्रफल 161.26 हेक्टेयर है। दोनों महायोजनाओं का क्षेत्रफल 573.13 हेक्टेयर है। महायोजना में जिले के कुल क्षेत्रफल का आठ प्रतिशत भाग शामिल है।