fbpx
ATMS College of Education Menmoms Global Inc
Health

हर दिन खाएं बस 3 काली मिर्च, फायदे आपको चौंका देंगे, बीमारियां भी रहेंगी दूर

नई दिल्ली: घर में रखे मसाले स्वाद और स्वास्थ्य दोनों के लिए बेस्ट होते हैं. इसलिए भारतीय घरों की रसोई में काली मिर्च, लौंग, इलायची, अज्वाइन जैसे अनेकों मसाले रखे होते हैं. आज बात करते हैं काली मिर्च की. यह मसाला भी स्वास्थ्य के लिए रामबाण है. इससे शरीर को कई तरीके के फायदे होते हैं. आयुर्वेद ने इसे औषधि बताया है. जानें क्या हैं वह फायदे…

स्किन से रिलेटेड बीमारी होती है दूर
बॉडी पर फोड़े होने पर भी काली मिर्च सहायक हो सकती है. बस इसे घिसकर फोड़े वाली जगह पर लगा लें. आपको कम समय में आराम मिल जाएगा. इसके अलावा फेस एक्ने में भी काली मिर्च मदद करती है.

दांतों के लिए काली मिर्च है रामबाण
दांतों से जुड़ी किसी भी समस्या के समाधान के लिए काली मिर्च मदद कर सकता है. अगर इसे सेंधा नमक और माजूफल के साथ पीसकर सरसों तेल की कुछ बूंदों के साथ लिया जाए तो मसूड़ों के दर्द से आराम मिलता है.

काली मिर्च टेंशन करती है दूर
स्टडी में पाया गया है कि काली मिर्च में पिपराइन नामक तत्व पाया जाता है जो एंटी-डिप्रेसेंट गुणों से भरपूर होता है. इस वजह से काली मिर्च से लोगों की टेंशन और डिप्रेशन दूर करने में मदद मिलती है.

सर्दी रहे दूर
काली मिर्च खाना सर्दी के मौसम में मददगार होता है. बदलते मौसम में खांसी और जुकाम से भी काली मिर्च राहत दे सकती है. इसके अलावा, इसके सेवन से आपका गला भी साफ रहता है. बाल झड़ने से भी काली मिर्च बचा सकता है.

गैस और एसिडिटी से मिलता है आराम
हमारा लाइफस्टाइल ऐसा हो गया है कि गैस और एसिडिटी कि दिक्कत बनी रहती है. ऐसे में नींबू के रस में काला नमक और काली मिर्च मिलाकर खाने से आपको आराम मिल सकता है. साथ ही गैस से होने वाले दर्द से भी राहत मिलती है.

हिचकी भगाने में भी कारगर
अगर आपको लंबे समय तक हिचकी आती है तो बस थोड़ा सा पुदीना लें और 2 चम्मच सौंफ, मिश्री और काली मिर्च को पीस लें. फिर एक ग्लास पानी में उबालें और पी लें. आपकी हिचकी भाग जाएगी.
इसके अलावा, 5 काली मिर्च जलाकर और पीसकर उसे कई बार सूंघने से भी हिचकी दूर हो सकती है.

Source link

JMS World School Radhey Krishna Caters
Show More

3 Comments

  1. Pingback: best site
  2. Pingback: check this

Leave a Reply

Back to top button

You cannot copy content of this page