सब्जियां खाने लगी भाव,टमाटर हुआ लाल..
-टमाटर व लहसून ने लगाया शतक,खाने के शौकीनों का बिगड़ा स्वाद
हापुड़।
जून माह में हो रही बारिश का पानी खेतों में भरने से सब्जी की फसलें
नष्टï हो गयी है। फसलें नष्टï होने दुकानों व ठेलों पर किलो में बिकने
वाली हरी सब्जियां किलो के स्थान पर पाव में बिकने लगी है। टमाटर व लहसून
के शतक लगाने से खाने के शौकीनों को स्वाद ही बिगाड़ गया है।
आपको बता दें कि जून माह में हो रही वर्षा का पानी खेतों में
भरने से सब्जी की फसल चौपट हो गयी है। बारिश से
तोरी,लोकी,काशीफल,भिंडी,टिंडा,शिमला
टमाटर,शिमला मिर्च आदि सब्जियों की फसलें 50 प्रतिशत नष्टï हो गयी है।
रसोई से हरी सब्जियां गायब होने लगी है। दुकान व ठेलों पर किलो में बिकने
वाली हरी सब्जियां किलो के स्थान पर पाव में बिकने लगी है।
सब्जियों सबसे ज्यादा तेजी टमाटर,लहसून व अदरक पर आई है। मई व जून
माह के शुरू में 10 से 20 रुपये किलो बिकने वाले सब्जियां वर्षा में
नष्टï होने से कुछ सब्जियों के दाम तो 100 रुपये किलो को पार कर गये है।
टमाटर 100 रुपये किलो,लहसनू 120 रुपये व अदरक 300 रुपये किलो बिक रहा।
जिससे महिलाओं की रसोई का बजट भी बिगडऩे लगा है।
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