विश्व हिन्दू परिषद का 58 वा स्थापना दिवस मनाया गया,हिन्दू धर्म के सभी पंथों को एक साथ एक ही मंच पर लाकर जोड़ना था-विहिप
हापुड़ (अमित अग्रवाल मुन्ना)।
रविवार को एस एस वी इंटर कॉलेज में विश्व हिन्दू परिषद का 58 वा स्थापना दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य व्यक्ता विहिप मेरठ सहप्रान्त मंत्री यशपाल ने बताया कि
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के ही दिन दुनिया भर में फैले हिन्दुओ की आवाज बुलंद करने के लिए 1964 में विहिप की स्थापना की गई थी। 1964 में लगाया गया एक छोटा सा पौधा जिसकी शाखाये आज हिन्दू समाज को सेवा,सुरक्षा,संस्कार देने का कार्य कर रही है ।
उन्होंने बताया कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर विश्व हिन्दू परिषद स्थापना के 58 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं एवम हिन्दू जीवनमूल्यों, परम्पराओं, मानबिन्दुओं के प्रति श्रद्धा रखने वाली विश्व के कल्याणार्थ” अजेय हिन्दू शक्ति” खड़ी करेंगे।विश्व हिंदू परिषद की स्थापना 29 अगस्त1964 में हुई। संगठन के संस्थापकों में स्वामी चिन्मयानंद जी,शिव राम शंकर आप्टे जी, मास्टर तारा हिंद जी,सतगुरु जगजीत सिंह,जयचम राजा बहादुर थे, जिसके लिये पहली बार 21 मई 1964 में मुंबई के संदीपनी साधनाशाला में एक सम्मेलन हुआ।
सम्मेलन आरएसएस सरसंघचालक माधव सदाशिव गोलवलकर के आह्वान पर आयोजित किया गया था। जिनका मुख्य उद्देश्य हिन्दू धर्म के सभी पंथों को एक साथ एक ही मंच पर लाकर जोड़ना था,जो हिन्दुओ की मान मर्यादा ,मठ मंदिरों ,साधु संतों एवम हिन्दू धर्म की रक्षा एवम जातिवाद से ऊपर उठकर हिन्दुओ को एक साथ जोड़ने के लिये इस सम्मेलन में हिंदू, सिख, जैन और बौद्ध के कई प्रतिनिधि मौजूद थे।
.. सम्मेलन में गोलवलकर ने कहा कि भारत के सभी मताबलंवियों को एकजुट होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हिंदू हिंदूस्तानियों के लिए प्रयुक्त होने वाला शब्द है और यह धर्मों से ऊपर है।
इसी के साथ भारत को पुनः अखंड बनाने के लिये भी अपनी बात रखी,भारत का प्राचीन नाम कभी “आर्यावर्त”था,आर्यावर्त भारत का पुराना नाम है।ज़िला अध्यक्ष सुधीर चोटी ने कहा कि हमारे पूर्वज प्रभु राम के आदर्शो पर चलकर अपने धर्म की रक्षा की अब हमको भी प्रभु राम के बताए मार्ग एवम भगवान कृष्ण के दिये गए उपदेशो पर चलकर धर्म व संस्कृति की रक्षा करनी होगी।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉक्टर गोविंद, विशेष आमंत्रित नेहल त्यागी, कार्यक्रम अध्यक्ष आनंद आर्य ने कहा कि भारत भूमि संतो की भूमि है हमारी करोड़ो वर्षो पुरानी संस्क़ति है जिसको धूमिल करने व खत्म करने के लिये एक षड्यंत्र रचा जा रहा है इस तरह के लोगो से सावधान रहकर किसी बहकावे में ना आकर जातिवाद में ना बटकर एकजुट होकर धर्म एवम देश को मजबूत बनाने में अपना सहयोग करे।अगर धर्म सुरक्षित रहेगा तो देश व समाज सुरक्षित रहेगा।
कार्यक्रम अध्यक्ष दीपक निदेशक माइक्रोप्लस ,मुख्य अतिथि डॉक्टर अजय , निहाल दास महाराज , महादेव मंदिर गढ़ गंगा से ,प्रांतीय धर्म प्रसार प्रमुख सुनील सिद्दू रहे।
सभी ने अपने अपने बौद्धिक के माध्य्म से सभी हिन्दू जातिवाद से बाहर आकर समाज को एकत्रित होकर धर्म एवम समाज में अपनी सहभागिता दर्ज करा कर एकसूत्र में पिरोने का कार्य करे।
कार्यक्रम में उपस्थित विभाग सेवा से रवींद्र, ज़िला मंत्री अशोक,ज़िला संपर्क पंकज व्रन्ध, जिला उपाध्यक्ष गिरीश त्यागी,ज़िला संयोजक प्रशान्त,जिला धर्म प्रसार दीपक त्यागी, ज़िला सह मंत्री प्रदीप,ज़िला ,ज़िला सह मंत्री योगेश,नगर अध्यक्ष अरुण अग्रवाल,नगर कार्यकारी अध्यक्ष आशुतोष, नगर मंत्री अर्चित,, नगर सयोंजक अभय,नगर सहमंत्री विशाल,,नगर उपाध्यक्ष ईश्वर,नगर सह संयोजक धुर्व,नगर सह सयोजक ईशान, ललित,नगर विधरथी प्रमुख सूरज,अंकुर व अन्य लोग मौजूद थे।
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