सजाया गया आरती स्थल।
– फोटो : अमर उजाला
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद वाराणसी में गंगा आरती देखेंगे। इस दौरान उनके साथ उनका परिवार भी मौजूद होगा। इसके लिए तैयारियां पहले ही हो चुकी हैं। आरती स्थल को सजा दिया है। जो बहुत ही खूबसूरत लग रहा है। वहीं, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद दोपहर करीब ढाई बजे तीन दिवसीय पूर्वांचल के दौरे पर वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचे। जहां उनका भव्य स्वागत राज्यपाल, मुख्यमंत्री और महापौर मृदुला जायसवाल ने किया। यहां से सेना के हेलीकॉप्टर से बरेका पहुंचे। इसके बाद उन्होंने गेस्ट हाउस में आराम किया। कुछ देर विश्राम के बाद अब वह काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन करेंगे। फिर गंगा आरती में शामिल होंगे।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन ने शाम से आम लोगों के लिए दशाश्वमेध घाट पर जाने पर पाबंदी लगा दी है। वहीं, शहर में निषेधाज्ञा भी लागू कर दी गई है। काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन के बाद निर्माणाधीन काशी विश्वनाथ धाम का अवलोकन करेंगे।
पहली बार गंगा आरती देखेंगे
देश के राष्ट्रपति पहली बार दशाश्वमेध घाट पर होने वाली मां गंगा की आरती में शामिल होंगे। राष्ट्रपति श्री काशी विश्वनाथ का दर्शन करने के बाद मां गंगा की आरती में शामिल होंगे। राष्ट्रपति का 13 से 15 मार्च तक वाराणसी के साथ ही मिर्जापुर और सोनभद्र के दौरे का कार्यक्रम है। ऐसा पहली बार होगा, जब देश के राष्ट्रपति काशी की गंगा आरती के विहंगम दृश्य के साक्षी बनेंगे।
शहर में निषेधाज्ञा लागू, ड्रोन के प्रयोग पर प्रतिबंध
राष्ट्रपति के काशी प्रवास के मद्देनजर जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने शहर में धारा 144 लागू की है। इस दौरान शहर में ड्रोन के प्रयोग पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिगत ड्रोन आदि का प्रयोग होने से सुरक्षा एवं विधि व्यवस्था प्रभावित किए जाने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। ऐसे में 13 मार्च से 15 मार्च 2021 तक वाराणसी शहर में धारा-144 के अंतर्गत प्रदत्त अधिकार का उपयोग करते हुए निषेधाज्ञा को लागू कर दिया है। कोई भी व्यक्ति या संस्था श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर, जलासेन घाट, ललिता घाट, मणिकर्णिका घाट एवं अन्य महत्वपूर्ण घाटों पर ड्रोन का प्रयोग नहीं करेगा।
राष्ट्रपति के आगमन के मद्देनजर अभेद्य सुरक्षा घेरे में शहर
राष्ट्रपति के आगमन पर सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर नई दिल्ली से थल सेना, वायु सेना और नौसेना के अधिकारियों की विशेष टीम शहर में हैं। वहीं राष्ट्रपति की बाह्य सुरक्षा की कमान 22 आईपीएस संभालेंगे। इसके अलावा 25 एडिशनल एसपी, 45 डिप्टी एसपी, 955 दरोगा-इंस्पेक्टर, 2350 कंस्टेबल-हेड कांस्टेबल, आठ कंपनी पीएसी और 10 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स के जवान तैनात रहेंगे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद वाराणसी में गंगा आरती देखेंगे। इस दौरान उनके साथ उनका परिवार भी मौजूद होगा। इसके लिए तैयारियां पहले ही हो चुकी हैं। आरती स्थल को सजा दिया है। जो बहुत ही खूबसूरत लग रहा है। वहीं, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद दोपहर करीब ढाई बजे तीन दिवसीय पूर्वांचल के दौरे पर वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचे। जहां उनका भव्य स्वागत राज्यपाल, मुख्यमंत्री और महापौर मृदुला जायसवाल ने किया। यहां से सेना के हेलीकॉप्टर से बरेका पहुंचे। इसके बाद उन्होंने गेस्ट हाउस में आराम किया। कुछ देर विश्राम के बाद अब वह काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन करेंगे। फिर गंगा आरती में शामिल होंगे।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन ने शाम से आम लोगों के लिए दशाश्वमेध घाट पर जाने पर पाबंदी लगा दी है। वहीं, शहर में निषेधाज्ञा भी लागू कर दी गई है। काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन के बाद निर्माणाधीन काशी विश्वनाथ धाम का अवलोकन करेंगे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का स्वागत करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।
– फोटो : अमर उजाला
पहली बार गंगा आरती देखेंगे
देश के राष्ट्रपति पहली बार दशाश्वमेध घाट पर होने वाली मां गंगा की आरती में शामिल होंगे। राष्ट्रपति श्री काशी विश्वनाथ का दर्शन करने के बाद मां गंगा की आरती में शामिल होंगे। राष्ट्रपति का 13 से 15 मार्च तक वाराणसी के साथ ही मिर्जापुर और सोनभद्र के दौरे का कार्यक्रम है। ऐसा पहली बार होगा, जब देश के राष्ट्रपति काशी की गंगा आरती के विहंगम दृश्य के साक्षी बनेंगे।
शहर में निषेधाज्ञा लागू, ड्रोन के प्रयोग पर प्रतिबंध
राष्ट्रपति के काशी प्रवास के मद्देनजर जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने शहर में धारा 144 लागू की है। इस दौरान शहर में ड्रोन के प्रयोग पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिगत ड्रोन आदि का प्रयोग होने से सुरक्षा एवं विधि व्यवस्था प्रभावित किए जाने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। ऐसे में 13 मार्च से 15 मार्च 2021 तक वाराणसी शहर में धारा-144 के अंतर्गत प्रदत्त अधिकार का उपयोग करते हुए निषेधाज्ञा को लागू कर दिया है। कोई भी व्यक्ति या संस्था श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर, जलासेन घाट, ललिता घाट, मणिकर्णिका घाट एवं अन्य महत्वपूर्ण घाटों पर ड्रोन का प्रयोग नहीं करेगा।
राष्ट्रपति के आगमन के मद्देनजर अभेद्य सुरक्षा घेरे में शहर
राष्ट्रपति के आगमन पर सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर नई दिल्ली से थल सेना, वायु सेना और नौसेना के अधिकारियों की विशेष टीम शहर में हैं। वहीं राष्ट्रपति की बाह्य सुरक्षा की कमान 22 आईपीएस संभालेंगे। इसके अलावा 25 एडिशनल एसपी, 45 डिप्टी एसपी, 955 दरोगा-इंस्पेक्टर, 2350 कंस्टेबल-हेड कांस्टेबल, आठ कंपनी पीएसी और 10 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स के जवान तैनात रहेंगे।
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