प्रदेश में हो रही अघोषित बिजली कटौती के विरोध में कांग्रेसियों ने किया कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन.
बिजली कटौती से किसानो,उद्योग – धंधों, छात्रों और आम जनमानस पर पड़ रहा है गहरा प्रभाव, सरकार जल्द दिलाए लोगों को राहत- कांग्रेस.
हापुड़। शनिवार को हापुड़ के कांग्रेस जन दिल्ली रोड स्थित जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पर एकत्रित हुए। जहां शहर अध्यक्ष अभिषेक गोयल के नेतृत्व में सैकड़ों की तादाद में कांग्रेस जनों ने उत्तर प्रदेश में हो रही अघोषित बिजली कटौती के विरोध में सरकार के खिलाफ अपना रोष व्यक्त किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारे बाजी की व धरना प्रदर्शन किया। इसके पश्चात कांग्रेस जनों ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। शहर कांग्रेस अध्यक्ष अभिषेक गोयल ने ज्ञापन सौंपते हुए कहा हैं कि उत्तर प्रदेश में काफी समय से बिजली की अघोषित कटौती की जा रही है। जिससे प्रदेश के किसान, उद्योग – धंधे, छात्र और उत्तर प्रदेश की आम जनमानस काफी प्रभावित हो रही है। बिजली कटौती के कारण किसान ट्यूबवेल से अपनी धान एवं फसलों की सिंचाई भी नहीं कर पा रहे है, कारखानों में उत्पादन कम हो रहा हैं, जिससे वस्तुओं के दाम बढ़ रहे हैं। छात्र पर्याप्त बिजली न मिल पाने के कारण पढ़ाई लिखाई से वंचित हो रहे हैं। अभिषेक गोयल ने मांग करते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार और उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन द्वारा उत्तर प्रदेश की आम जनमानस को पर्याप्त मात्रा में बिजली मुहैया कराई जाए। उन्होंने कहा हैं कि अगर प्रदेश में इसी तरह से बिजली आपूर्ति होती रही तो उद्योग – धंधों, किसानों और आम जनमानस पर आगे भी इसका और गहरा प्रभाव पड़ेगा। अभिषेक गोयल ने कहा हैं कि बिजली आम जनमानस के दैनिक जीवन की अहम जरूरत बन चुकी हैं। जिसके अभाव में लोगों का जीवन दूभर हैं। इसलिए लोगों की समस्याओं को देखते हुए महामहिम राज्यपाल प्रदेश सरकार और उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन को इस ओर जरूरी कदम उठाने के लिए दिशा निर्देशित करें। उन्होंने ये भी कहा हैं कि प्रदेश में 24 घंटे बिजली देने का वादा करने वाली बीजेपी सरकार आज पूरी तरह से विफल हो चुकी हैं।
धरना प्रदर्शन व ज्ञापन सौंपने वालों में अमित सैनी, जकरिया मनसबी, पूर्व सभासद इरफान अहमद, गौरव गर्ग, विक्की शर्मा, जितेंद्र अग्रवाल, यशपाल ढिलौर, सुरेंद्र सिंह, जावेद चौधरी, कुसुम लता, सुखपाल गौतम, अनूप कर्दम, सुमित कुमार आदि कांग्रेस जन मौजूद रहे.!