जैन धर्म के दशलक्षण पर्व का आज आंठवा दिन उत्तम त्याग धर्म मनाया
जैन धर्म के दशलक्षण पर्व का आज आंठवा दिन उत्तम त्याग धर्म मनाया
हापुड़:तुषार जैन
प्रातःकाल से ही अभिषेक पूजन शान्तिधारा, शांतिनाथ विधान को राहुल जैन शास्त्री ने सम्पन्न कराया,विधान के सहयोगी अनिल तुषार जैन,प्रदीप राहुल जैन,नेमचंद अरुण विकास जैन,सुनील कुमार अनुज जैन,जय प्रकाश सुखमल जैन,वीरेंद्र सचिन जैन,श्रुति दीपेश जैन आदि रहे।
धर्म के लक्षण उत्तम त्याग धर्म पर प्रवचन देतै हुए जैन विद्धान राहुल जैन शास्त्री ने कहा कि
उत्तम त्याग का अर्थ है भौतिक वस्तुओं और सांसारिक इच्छाओं का त्याग करना। यह गुण सिखाता है कि हमें अपने स्वार्थ और सांसारिक मोह को छोड़कर आत्मिक उत्थान की ओर ध्यान देना चाहिए। त्याग से व्यक्ति को आत्मबल और मानसिक शांति मिलती है।
शाम के समय संगीत की मधुर ध्वनि के साथ महा आरती की गई ।
जिसके बाद आचार्य विद्यासागर पाठशाला के बच्चों द्वारा 1 लघु नाटिका नेता कोन की गई जिसका संचालन रेणुका जैन द्वारा किया गया । नाटिका के द्वारा ये बताया गया कि गुण सभी के अंदर होते है देखा जाए तो सभी नेता है पर बनता कोई कोई ही है । समाज द्वारा नाटिका के सभी बच्चों को पुरस्कृत किया गया । नाटिका के बाद शिप्रा एंड पार्टी द्वारा महावीर जन्म कल्याणक के ऊपर नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई जिसकी सभी ने प्रशसा की।
इस अवसर पर जैन समाज संरक्षक प्रमोद कुमार जैन अध्यक्ष अनिल कुमार जैन,पंकज जैन, सुरेश चन्द जैन,आकाश जैन , तुषार जैन,संदीप जैन, भुवन जैन, राजीव जैन, डाoअनिल जैन, पुलकित जैन, अर्चित जैन, सुधीर जैन, रेणुका जैन, भावना जैन, बीनू जैन आर के जैन, विकास जैन अरुण जैन, रेखा जैन,शिप्रा जैन,मितिषा जैन,ऋतु जैन,मीनू जैन, निशा जैन, प्रभा जैन, बबीता जैन,आदि उपस्थित रहे।