जनपद में आयोजित हुई विज्ञान संगोष्ठी संग टीएलएम कार्यशाला,नवाचारों के प्रयोग से रोचक बनाएं शिक्षण कार्य-अजय मित्तल
हापुड़ । जनपद हापुड़ के राजकीय व अशासकीय विद्यालयों के विज्ञान अध्यापकों के बीच ब्लॉक स्तरीय एक दिवसीय वैज्ञानिक कार्यक्रम के अन्तर्गत पहले दिन ब्लॉक धौलाना स्थित बी०आर०इण्टर कॉलेज समाना में नई शिक्षा नीति २०२० के अन्तर्गत जनपद के राजकीय व अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में विज्ञान शिक्षण कार्य के उन्मुखीकरण एवं उनमें विभागीय अपेक्षाओं के अनुरूप गतिशीलता प्रदान करने के लिए ब्लॉक धौलाना के विज्ञान शिक्षकों के मध्य “विज्ञान संगोष्ठी संग टीएलएम कार्यशाला” का आयोजन हुआ।कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य नरेंद्रनाथ वर्मा ने की।
कार्यक्रम में जनपद के विज्ञान एसआरजी एवं भौतिकी प्रवक्ता डॉ अजय कुमार मित्तल और रसायन प्रवक्ता डॉ संजीव कुमार ने सभी के बीच विभागीय दिशा निर्देशों को साझा किया।
संगोष्ठी में एसआरजी डॉ अजय मित्तल ने सभी अध्यापकों से शैक्षिक पंचांग तथा समय सारणी के अनुसार कक्षा में आवश्यक टीएलएम के माध्यम से विद्यार्थी के अधिगम को केंद्र मानकर शिक्षण कार्य करने, विज्ञान मोड्यूल के अनुसार प्रत्येक विद्यार्थी के सभी लर्निंग आउटकम्स की संप्राप्ति के प्रयास करने, कमजोर बच्चों के लिए उपचारात्मक शिक्षण कार्य की व्यवस्था करने, बच्चों की प्रयोगशालाओं में नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने तथा उनके बीच विषय को रोचक बनाने के लिए नवाचारों के साथ प्रयास करने के लिए कहा।
एसआरजी डॉ संजीव कुमार ने सभी शिक्षकों से स्वयं के साथ बच्चों को विभाग द्वारा तैयार शिक्षण-अधिगम में सहायक डिजिटल प्लेट फॉर्म के रूप में “दीक्षा” एप और “स्विफ्ट चैट” ऐप का तथा बच्चों के कैरियर समाधान के लिए “पंख” ऐप का प्रयोग करने के लिये प्रेरित करने के बारे में बताया।
टीएलएम कार्यशाला में अध्यापक श्री प्रवीण सेनी ने बच्चों को किसी भी प्रकार की अपनी रचनात्मकता सम्बन्धी उत्सुकता को परिणाम की शुद्धता कि चिंता किए बिना धरातल पर उतारने के लिए प्रेरित करने को कहा। अध्यापक प्रियदर्शन द्विवेदी ने लिटमस पेपर जैसे कई प्रकार के सूचकों का प्रायोगिक प्रदर्शन किया। एसआरजी डॉ अजय मित्तल ने इधर उधर पड़े बेकार के सामान से छोटे छोटे सैद्धांतिक प्रयोग करके दर्शाते हुए तरह तरह के टीएलएम का प्रदर्शन किया और सभी से अपने शिक्षण कार्य में ऐसे ही उपकरणों का उपयोग कर विषय को सरल और रोचक बनाने का आह्वान किया।कार्यशाला में उपस्थित सभी अध्यापकों ने भी भौतिकी, रसायन और जीव विज्ञान के सिद्धांतों पर आधारित अपने अपने टीएलएम का प्रदर्शन किया और शिक्षण के समय अपनाए जा रहे अपने नवाचारों को एक दूसरे से साझा किया।
इस अवसर पर दोनों एसआरजी और प्रधानाचार्य ने मिलकर विद्यालय में “बीआर विज्ञान क्लब” का उद्घाटन करते हुए विद्यालय के अध्यापक श्री उपेन्द्र कुमार जी को उसका संयोजक नियुक्त किया। इस क्लब के माध्यम से बच्चों के बीच बच्चों के ही द्वारा समय समय पर वर्ष भर बच्चों के बीच वैज्ञानिक गतिविधियाँ आयोजित की जायेंगी।
संगोष्ठी में उपस्थित सभी अध्यापकों ने नई शिक्षा नीति के अनुरूप विज्ञान शिक्षण कार्य को बच्चों के हित में और अधिक रोचक और सहज बनाने में भरसक सहयोग का आश्वासन दिया। इसके साथ ही सभी ने मिलकर ISRO के वैज्ञानिकों को चन्द्रयान-३ की सफलता की बधाई और 2 तारीख़ के उनके नये मिशन “सूर्ययान- आदित्य L1” के लिए शुभकामनाएँ दी।
अंत में प्रधानाचार्य नरेंद्रनाथ यादव ने सुदूर क्षेत्र में इस प्रकार के आयोजन पर हर्ष व्यक्त करते हुए सभी का आभार प्रकट किया और धन्यवाद ज्ञापित किया।