क्षय रोगियों को भावनात्मक और सामाजिक सहयोग पुनीत कार्य है : डा. पराग शर्मा
आरोग्य सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल ने 25 क्षय रोगी गोद लिए
हापुड़, 07 फरवरी, 2023। जिला क्षय रोग विभाग की ओर से मंगलवार को 25 क्षय रोगियों को आनंद विहार स्थित आरोग्य सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल एंड रिचर्स इंस्टीट्यूट को गोद दिया गया। हॉस्पिटल के सीएमडी डा. पराग शर्मा ने जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. राजेश सिंह की मौजूदगी में क्षय रोगियों को पुष्टाहार प्रदान किया। डा. पराग शर्मा ने उपचार जारी रहने तक क्षय रोगियों को हर माह पुष्टाहार उपलब्ध कराने के साथ ही भावनात्मक और सामाजिक सहयोग प्रदान करते रहने का संकल्प लिया है। डीटीओ डा. राजेश सिंह ने इस संकल्प के लिए डा. शर्मा का आभार जताया। हॉस्पिटल की ओर से अनुराग शर्मा और डा. सोनल शर्मा भी कार्यक्रम में मौजूद रहीं।
डीटीओ डा. राजेश सिंह ने क्षय रोगियों को संबोधित करते हुए कहा – दवा मिलने में किसी तरह की समस्या होने पर उनसे सीधे संपर्क कर सकते हैं। चिकित्सक की सलाह के मुताबिक दवा नियमित रूप से खानी है। नियमित रूप से दवा खाने से टीबी पूरी तरह ठीक हो जाती है। उपचार बीच में छोड़ने की गलती कतई न करें, ऐसा करने पर टीबी बिगड़ जाती है और फिर दवाएं असर नहीं कर पातीं। उस स्थिति में ज्यादा दवा लंबे समय तक खानी पड़ती हैं।
इसके साथ ही सभी रोगी अपने परिजनों और संपर्क में रहने वाले अन्य लोगों को भी जांच कराने के लिए प्रेरित करें। सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर टीबी की जांच की व्यवस्था है। उन्होंने बताया – फेफड़ों की टीबी सांस के जरिए फैलती है, आप लोगों को भी किसी से टीबी का संक्रमण मिला है। इसलिए आसपास रहने वाले अन्य लोगों को भी टीबी होने का खतरा हो जाता है। बचाव के लिए क्षय रोगी मॉस्क लगाएं और खुले हवादार कमरे में रहें। हालांकि उपचार शुरू होने के बाद किसी को संक्रमण देने की आशंका काफी कम हो जाती है।
डा. पराग शर्मा ने कहा – क्षय रोगियों को भावनात्मक और सामाजिक सहयोग देना पुनीत कार्य है। इससे क्षय रोगियों की इच्छा शक्ति मजबूत होती है और बेहतर व तेज रिकवरी में मजबूत इच्छा शक्ति की बड़ी भूमिका होती है। क्षय रोगियों को भावनात्मक व सामाजिक सहयोग देने के लिए अन्य लोगों और संस्थाओं को भी आगे आना चाहिए।
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