सट्टे के रूपयों का लेन-देन बैंक अकाउंट, वॉलेट व हवाला माध्यम से करते थे
हापुड़।
थाना हापुड़ देहात पुलिस ने पाकिस्तान, श्रीलंका, रशिया से जुड़कर हिरोज ऑनलाइन ऐप के माध्यम से फर्जी टी-20 लीग मैच पर सट्टा लगवाने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने एक खिलाड़ी सहित दो सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से नकदी, श्रीलंकाई करेसी, मोबाइल फोन, कसीनो सिल्वर कार्ड, 2 डेबिट कार्ड व भारी मात्रा में सट्टा लगाने से सम्बन्धित उपकरण बरामद किए है। गिरफ्तार सदस्य क्रिक हीरोज ऐप पर रणजी राज्य स्तर के खिलाडियों के
नाम अपलोड करके लोकल खिलाडियों द्वारा मैच खिलाकर ऑनलाइन सट्टा लगवाते थे। ये अपने यूटयूब आनलाईन चैनल बिग बैस टी 20 पंजाब लीग के माध्यम से लाइव मैच की स्क्रीनिंग की जाती थी।
जानकारी के अनुसार थाना हापुड देहात व जनपदीय सर्विलांस सैल की संयुक्त पुलिस टीम ने क्रीक हिरोज ऑनलाईन ऐप के माध्यम से फर्जी टी-20 लीग मैच पर सट्टा लगवाने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो सदस्यों शिताब उर्फ शब्बू निवासी ग्राम खजूरी थाना परीक्षित गढ़ जनपद मेरठ व रिषभ निवासी सिटी सेन्टर तुलसी विहार म०न० 296 थाना जीवाजी यूनीवर्सिटी जनपद गवालियर म.प्र. को मेरठ बाईपास के पास क्रिकेट ग्राउण्ड से गिरफ्तार किया है, जिनके कब्जे से 15,150 रुपये नकदी, श्रीलंकाई करेसी, 6 मोबाइल फोन 1 कसीनो सिल्वर कार्ड, 2 डेबिट कार्ड भारी मात्रा में सट्टा लगाने से सम्बन्धित उपकरण बरामद हुए हैं।
एसपी दीपक भूकर ने बताया कि पूछताछ में सदस्यों ने बताया कि गैंग का मास्टर माइन्ड रुस में रहनें वालें अशोक चौधरी व आसिफ मौहम्मद है , वहां से ही फर्जी टी-20 लीग को चलाते है तथा उनके द्वारा ही जनपद हापुड़ में बिग बैस टी-20 पंजाब लीग के नाम से फर्जी लीग चलायी जा रही थी।
उन्होंने बताया कि इस लीग में अभियुक्त शिताब उर्फ शब्बू द्वारा मैच खिलाने के लिए क्रिकेट ग्राउण्ड का चयन किया जाता था और सदस्य रिषभ द्वारा लोकल खिलाडियों की टीम को मैच खिलाने के लिए लाया आता था। मास्टर माईन्ड अशोक चौधरी द्वारा गिरफ्तार सटोरियों VIEW BOX दिया गया था, जिसमें कम्प्यूटर, सीपीयू, एचडी कैमरे व वाई-फाई राउटर होता था, जिनके माध्यम से गिरफ्तार सदस्य OBS SOFTWARE का प्रयोग करके अपने यू-टयूब चैनल बिग बैस टी-20 पंजाब लीग पर मैच की लाइव स्क्रीनिंग करते थे। मास्टर माईन्ड अशोक चौधरी द्वारा मैच खिलाने के 30 से 40 हजार रूपये गैंग सदस्य शिताब उर्फ शब्बू को दिये जाते थे व रिषभ को मैच खेलने व ग्राउण्ड का किराया के 40 हजार रूपये दिया जाता था।
उन्होंने बताया कि तैयार की गई खिलाडियों की टीमों का मैच कराया जाता था, उक मैच का गिरफ्तार सदस्यों द्वारा तैयार की लाइव स्कोर दिखाने के लिए क्रिक हिरोज मैटिंग ऐप का इस्तेमाल किया जाता था जिसमें लोकल खिलाडियों के नाम रणजी व राज्य स्तर खिलाडियों के रूप में दिखाये जाते थे और इसी ऐप के माध्यम से सट्टें का कारोबार किया जाता था। सट्टे के रूपयों का लेन-देन बैंक अकाउंट, वॉलेट व हवाला माध्यम से का करते थे। इनके द्वारा इस ऐप का प्रचार-प्रसार व लिंक टेलीग्राम ग्रुप के माध्यम से करते थे।
एसपी दीपक भूकर ने बताया कि दोनों से पूछताछ में अन्य लोगों के बारे़ में भी पता लगाया जा रहा है। गत् दिनों गुजरात में भी इसी तरह के गैंग का खुलासा हुआ था। जिसमें एक आदमी आसिफ का नाम सामनें.आया था और यहां भी आया है। क्या इनके तार गुजरात से भी जुड़े.है। पूछताछ की जा रही है।
उन्होंने बताया कि इनके मोबाइल से ऑडियो कॉल के माध्यम से पाकिस्तान, श्रीलंका, रूस में भी बात़े की गई है और गिरफ्तार रिषभ भी एक खिलाड़ी है। उसनें श्रीलंका जाकर बड़़े खिलाडियों से बात की थी । उसकी भी जांच की जा रही हैं।
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