आईआईए के पदाधिकारियों ने की मंथन बैठक, धीरखेड़ा औद्योगिक क्षेत्र के विकास का मुद्दा उठाया
हापुड़।
आईआईए धीरखेड़ा हापुड़ चैप्टर की एक बैठक गुरूवार शाम को सोसायटी भवन में आयोजित हुई। जिसका शीर्षक मंथन रखा गया। यह बैठक हापुड़ चैप्टर के चेयरमैन शांतनु सिंघल की अध्यक्षता में आयोजित हुई। जिसमें उद्यमियों ने 26 अप्रैल को हापुड़ क्षेत्र में होने वाले लोकसभा चुनावों तथा धीरखेड़ा इंडस्ट्रियल एरिया की मुख्य समस्याओं के ऊपर विचार विमर्श किया।
आईआईए के सचिव पवन शर्मा ने कहा कि धीरखेड़ा इंडस्ट्रीयल एरिया लगभग 45 वर्ष पुराना है, लेकिन इतने वर्षों के बाद भी इस इंडस्ट्रियल एरिया को जनप्रतिनिधियों द्वारा हमेशा हाशिए पर रखा गया। वर्तमान में यहां लगभग 200 फैक्ट्री संचालित है, लेकिन यह इंडस्ट्रियल एरिया अब भी अपनी मूलभूत सुविधाओं जैसे वाहनों के आवागमन के लिए पक्की सड़कें, जल निकासी के लिए नाली, फैक्ट्री में आग लगने जैसी गंभीर स्थिति से बचाव के लिए अग्निशमन केंद्र का ना होना, फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारियों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए चिकित्सा सुविधा देने के लिए ईएसआईसी पैनल वाले अस्पताल का ना होना, एचपीडीए द्वारा फैक्ट्री निर्माण के लिए संपूर्ण भूखण्ड पर विकास शुल्क लेना, एचपीडीए द्वारा अपनी महायोजना 2031 में इंडस्ट्रियल एरिया की भूमि को कृषि भूमि दिखाना आदि है।
केंद्रीय मेम्बर अशोक छारिया ने बताया कि धीरखेड़ा इंडस्ट्रियल एरिया की मूलभूत समस्याओं का समाधान न होने की वजह से उद्यमियों एवं उद्योगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पिछले काफी समय में यहां इंडस्ट्रियल एरिया में कई बार काफी गंभीर अग्निकांड हुए हैं, लेकिन इंडस्ट्रियल एरिया के पास कोई भी अग्निशमन केंद्र ना होने की वजह से यहां पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को आने में काफी समय लगता है तथा साथ ही यहां की सड़कों की स्थिति सही नहीं होने के कारण उन गाड़ियों को इंडस्ट्रियल एरिया में आने के बाद भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस वजह से पूर्व में हुए इन गंभीर अग्निकांडों की वजह से कई फैक्ट्रियां पूरी तरह से जलकर बर्बाद हो गई। जिससे उद्योग को एवं उद्यमी को काफी नुकसान एवं मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ा। अभी तक जनप्रतिनिधियो द्वारा सिर्फ आश्वासन मिला है। इसलिए इस वर्ष होने वाले चुनाव में उद्यमियों का समर्थन उस सांसद प्रत्याशी को होगा, जो धीरेखेड़ा इंडस्ट्रियल एरिया व उद्योग जगत की मुख्य समस्याओं का निस्तारण करेगा।