जनपद के लोगों के मोबाइल पर इमरजेंसी अलर्ट आनें से मचा हड़कंप, लोगों ने स्वीच ऑफ किए फोन,जानिए मैसेज की सच्चाई

जनपद के लोगों के मोबाइल पर इमरजेंसी अलर्ट आनें से मचा हड़कंप, लोगों ने स्वीच ऑफ किए फोन,जानिए मैसेज की सच्चाई

हापुड़। जनपद में मंगलवार की सुबह से ही अचानक लोगों के मोबाइल पर सायरन वाला मेसेज बजने से हड़कंप मच गया। किसी अनहोनी घटना की आंशका से कुछ लोगों ने अपने मोबाइल स्विच ऑफ कर दिए। बाद में सरकार द्वारा भेजें गए मैसेज पढ़कर लोगों का डर निकल गया।

Mobile Emergency Alert: देश में आज बहुत सारे स्मार्टफोन यूजर्स को टेस्ट फ्लैश के तौर पर इमरजेंसी अलर्ट भेजा गया। स्मार्टफोन यूजर्स (Smartphone Users) को उनके फोन में ‘Emergency Alert: Severe’ फ्लैश और लाउड बीप साउंड सुनने को मिला। बता दें कि यूजर्स को घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह मैसेज एक टेस्टिंग के तौर पर ही भेजा गया है।

इस फ्लैश मैसेज में लिखा है, ‘यह भारत सरकार के दूरसंचार विभाग द्वारा सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम के माध्यम से भेजा गया एव नमूना परीक्षण संदेश है। कृपया इस संदेश पर ध्यान न दें क्योंकि इस पर आपकी ओर से किसी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है। यह संदेश राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा कार्यान्वित किए ज रहे अखिल भारतीय आपात अलर्ट सिस्टम को जांचने हेतु भेजा गया है इस सिस्टम का उद्देश्य सार्वजनिक सुरक्षा बढ़ाना और आपात स्थिति वे दौरान समय पर अलर्ट प्रदान करना है। टाइमस्टैम्प: 15-09-2023’गौर करने वाली बात है कि इस अलर्ट मैसेज को टेलिकॉम डिपार्टमेंट द्वारा रैंडम यूजर्स को भेजा गया है। कुछ यूजर्स को अंग्रेजी जबकि कई यूजर्स को हिंदी में यह टेक्स्ट मैसेज फोन पर रिसीव हुआ है। यह मैसेज 15 सितंबर 2023 को दोपहर 12 बजकर 19 मिनट पर सभी ऐंड्रॉयड फोन में रिसीव हुआ।

बता दें कि डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकम्युनिकेशन द्वारा इस मैसेज को अलग-अलग राज्यों में समय-समय पर भेजा जा रहा है। सरकार अलग-अलग राज्यों में मोबाइल ऑपरेटर्स के इमरेंजसी वार्निंग ब्रॉडकास्ट क्षमता और सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम के सेल ब्रॉड कास्ट सिस्टम को टेस्ट कर रही है।

बता दें कि सरकार नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (National Disaster Management Authority) के साथ मिलकर काम कर रही है ताकि भूकंप, सुनामी और बाढ़ जैसी किसी आपदा की स्थिति के लिए बेहतर तरीके से तैयारी की जा सके।

गौर करने वाली बात है कि इससे पहले 20 जुलाई और 17 अगस्त को भी इसी तरह के टेस्ट अलर्ट देश में अलग-अलग इलाकों में मिले थे।

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