fbpx
BreakingHapurNewsUttar Pradesh

जो हमारी रक्षा करें और आहार देकर जीवित रखता है वही हमारा भगवान है -विपिन शास्त्री जी महाराज

जो हमारी रक्षा करें और आहार देकर जीवित रखता है वही हमारा भगवान है -विपिन शास्त्री जी महाराज

हापुड़। श्री मुरारी सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में हापुड़ के आवास विकास कालोनी स्थित हर श्री नाथ मंदिर के समीप ग्राऊंड में चल रहे सात दिवसीय श्रीमदभागवत कथा के पांचवे दिन व्यासपीठ पर आसीन पंडित विपिन शास्त्री जी महाराज ने कहा कि जो हमारी रक्षा करता है और आहार देता है वही हमारा भगवान है। शास्त्री जी ने कहा कि श्री गोवर्धन ही हमारे सुख-दुःख के साथी है। यही हमारे प्राणों को चलाने वाला है, जो हमारी रक्षा करें और जो नित्यप्रति हमें आहार देता है, वही हमारा भगवान है। इसलिए हम सभी इन्ही(गोवर्धन) की पूजा करनी चाहिए।
कथा व्यास पंडित विपिन शास्त्री जी महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओ का विस्तार से वर्णन करते हुए कहा कि पृथ्वी पर हर समय भगवान अपनी लीलाओं से अपने भक्तों को आनंदित करते रहते है। श्रीकृष्ण की बाल लीला तो कहने-सुनने का विषय नहीं है, उसे तो केवल ह्रदय में महसूस किया जाता है। तीनों लोकों के समस्त देवगण उनके दर्शन करने किसी न किसी रूप में आते रहते है। जैसे भगवान शंकर भी भेष बदल कर त्रिलोक स्वामी भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप का दर्शन करने पहुँच गए थे। पांडाल में उपस्थित सभी भक्तों ने श्रीगोवर्धन भगवान की सुन्दर छवि के दर्शन और पूजन किया।
कथा के मुख्य यजमान श्री बृजेश शर्मा (परीक्षित) द्वारा व्यासपीठ पर आसीन पं. विपिन शास्त्री जी महाराज का फूल-माला और तिलक लगाकर उनका स्वागत किया गया। साथ ही मंचासीन सभी कलाकारों का तिलक लगाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम में अनिल शर्मा, विमल हिंदु, मोक्ष शर्मा, रूपक शर्मा, सुदेश देवी, गीता, सविता शर्मा, संदीप सिसोदिया, राजू शर्मा, शोभित अग्रवाल, मनीष कश्यप, सविता पाल, श्री पवन भाष्कर (सभासद), श्री विनीत त्यागी(पूर्व सभासद), पवन कश्यप, राजू शर्मा, डॉ.हरीश शर्मा, ओमदत्त त्यागी, राहुल त्यागी, सुशील वर्मा, के.पी.सिंह, पीयूष वर्मा, अमित गिरी और कपिल त्यागी, बबलू शर्मा सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे। भजन गायक कलाकारों ने अपने सुमधुर भजनों द्वारा सभी भक्तों को नाचने पर मजबूर कर किया। सभी भक्तों ने जम के ठुमके लगाएं।आरती-पूजन और प्रसाद वितरण के साथ आज के कार्यक्रम को विश्राम किया गया। मंच संचालन धुरन्धर चौहान ने किया।

Show More

Leave a Reply

Back to top button

You cannot copy content of this page