इंस्पेक्टर की मिन्नत करती रही बोली साहब रेशमा ने मेरे पति को बहलाकर फुसलाकर कही छिपा रखा है
मेरठ
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में बुधवार को मन्नत थाने में इंस्पेक्टर की मिन्नत करती रही। बोली, साहब…रेशमा ने मेरे पति को बहलाकर फुसलाकर कहीं छिपा रखा है.. उसे दिला दो न..। मन्नत की यह बात सुनकर काफी देर तक इंस्पेक्टर समझ ही नहीं पाए कि वह इस बात का क्या जवाब दें, कहें तो आखिर क्या कहें।
दूसरी ओर मन्नत, इंस्पेक्टर के सामने से उठने को तैयार नहीं हुई। बार-बार बस यही कहती रही कि उसके पति को बस एक बार दिला दो फिर न तो यहां आऊंगी और न ही उसे कही जाने दूंगी।
मन्नत की जिद के सामने आखिर इंस्पेक्टर को झुकना ही पड़ा। उन्होंने पुलिसकर्मियों को भेजा और रेशमा को थाने में लाने को कहा। पुलिस पहुंची तो रेशमा के घर पर ताला लगा मिला। मन्नत थाने पर बैठी है और इंतजार में है कि कब पुलिस उसे उसका पति वापस दिलाएगी।
पीड़िता बोली- पति को बहला-फुसलाकर ले गई रेशमा
अजीबो-गरीब यह मामला थाना लिसाड़ी गेट का है। मजीदनगर निवासी मन्नत शुक्रवार देर रात थाने पहुंची। इंस्पेक्टर जितेन्द्र सिंह के सामने पेश हुई। बोली, एक अक्टूबर को उसके पति कासिफ को रेशमा बहला-फुसलाकर ले गई है। उसने उसे अपने घर और आसपास कही छिपा रखा है। वह कई बार कासिफ को तलाशने गई लेकिन रेशमा ने उसे उसका पति नहीं लौटाया।
वह उसकी तलाश करके हार चुकी है। उसने पुलिस कंट्रोल रुम को सूचना दी लेकिन मदद नहीं मिली। थाने में तहरीर दी लेकिन किसी ने नहीं सुनीं। बार-बार शिकायत व रेशमा के घर जाने पर अब पति कासिफ उसे धमका रहा है कि वह रेशमा को परेशान न करें।
इंस्पेक्टर से बार-बार गुहार लगाती रही मन्नत
मन्नत ने बताया कि उसे पता चला है कि कासिफ को रेशमा ने अपने घर या आसपास छिपाकर कर रखा है। हाथ जोड़कर बार-बार मन्नत बस इंस्पेक्टर से गुहार करती रही कि उसके छिपाए पति को रेशमा से दिला दो।
मन्नत की यह बातचीत सुन थाने का स्टाफ भी कशमोकश में है कि आखिर करें तो क्या करें?। रेशमा के यहां जाते है तो वह या तो मिलती नहीं है। कोई मिलता है तो वहां कासिफ या रेशमा नहीं होती है। अब इंस्पेक्टर ने रेशमा के स्वजन को साफ कह दिया है कि थाने पर रेशमा हर हाल में पेश हो जाए, वरना रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। इंस्पेक्टर के इस रुख के बाद अब मन्नत मुतमइन है, उसे उसका छिपाया पति मिल जाएगा।