स्क्रैप गोदाम में हुई लूट का डकैती में किया पर्दाफाश,
स्क्रैप गोदाम में हुई लूट का डकैती में किया पर्दाफाश
गाजियाबाद:
नंदग्राम थाना क्षेत्र के राजनगर एक्सटेंशन के पास 16 जुलाई की रात जितेंद्र मिश्र के फेयरडील इंटरप्राइजेज स्क्रैप गोदाम में कर्मचारियों को बंधक बनाकर पांच लाख कीमत का स्क्रैप लूटने की घटना का पुलिस ने डकैती में पर्दाफाश किया है।
वारदात को अंजाम 10 बदमाशों ने मिलकर दिया था। पुलिस ने मामले में आठ बदमाशों काे गिरफ्तार कर उनके पास से लूटा गया सात सौ किलो स्क्रैप व लूट में प्रयुक्त तीन माल वाहक और हथियार बरामद किए हैं। मामले में दो बदमाश अभी फरार हैं।
डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों में नंदग्राम के सेवानगर का मनीष यादव, बुलंदशहर के शिकारपुर हातमपुर का विवेक कुमार सिंह, सचिन कुमार, बिहार के छपरा रसूलपुर का चंदन, संजय कुमार यादव, फर्रुखाबाद के राजेपुर का बाबू सिंह, शालीमार गार्डन का नौबार खान उर्फ गुड्डू और बुलंदशहर के जहांगीराबाद का उमर है। जबकि इरफान और शाहिद फरार हैं।
उन्होंने बताया कि विवेक कुमार, सचिन और बाबू सिंह राजनगर एक्सटेंशन की एक सोसायटी में गार्ड थे। नौबार खान और उमर कबाड़ी हैं और मनीष यादव चश्मे बेचता है। चंदन और संजय की गाड़ियों का वारदात में इस्तेमाल किया गया।
आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि घटना को अंजाम देने के लिए सचिन, विवेक, शाहिद और इरफान गोदाम के अंदर गए और गार्ड व केयर टेकर के परिवार को बंधक बनाकर लूट की। जबकि मनीष और बाबू सिंह गेट पर पास खड़े होकर निगरानी कर रहे थे।
संजय, चंदन, नौबार और उमर गोदाम के बाहर माल वाहक लेकर खड़े थे। लूट के बाद आरोपित स्क्रैप को माल वाहक में भरकर दिल्ली सीलमपुर ले गए और यहां नौबार खान उर्फ गुड्डू को बेच दिया। गुड्डू ने यह माल आगे उमर को बेचा।
शाहिद गैंगस्टर में हैं वांछित
एसीपी नंदग्राम रवि कुमार सिंह ने बताया कि शाहिद पर डकैती के मामले दर्ज हैं। वह गैंगस्टर के मामले में भी वांछित हैं। जबकि मनीष और इरफान पर पूर्व में एक-एक चोरी व डकैती का मुकदमा दर्ज है।
शराब पीने के बाद मनीष ने रची थी साजिश
एसीपी नंदग्राम रवि कुमार सिंह ने बताया कि डकैती की यह साजिश मनीष ने रची थी। मनीष इरफान व शाहिद के साथ के साथ बैठ कर शराब पी रहा था। उन्होंने डकैती की साजिश रची और अन्य साथियों को साजिश में शामिल किया।
सीसीटीवी कैमरों से हुई घटना का पर्दाफाश
नंदग्राम थाना प्रभारी सचिन मलिक ने बताया कि घटनास्थल से पुलिस को वारदात वाले दिन ही सीसीटीवी फुटेज मिली थी। इसमें चार बदमाश कैद हुए थे। पुलिस ने कई मार्गों की सीसीटीवी फुटेज खंगाली और सर्विलांस का सहारा लिया तो बदमाशों की पहचान हो गई और पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया।