“19th सेंचुरी इंग्लिश लिटरेचर”पर व्याख्यान आयोजित,प्रमुख साहित्यकार जेन ऑस्टिन, चार्ल्स डिकेंस, ऑस्कर वाइल्ड, रुडयार्ड किपलिंग, एमिली ब्रांटे आदि की साहित्यिक विशेषताओं को किया रेखांकित – प्रोफेसर अरूणा शर्मा
“19th सेंचुरी इंग्लिश लिटरेचर”पर व्याख्यान आयोजित,प्रमुख साहित्यकार जेन ऑस्टिन, चार्ल्स डिकेंस, ऑस्कर वाइल्ड, रुडयार्ड किपलिंग, एमिली ब्रांटे आदि की साहित्यिक विशेषताओं को किया रेखांकित – प्रोफेसर अरूणा शर्मा
हापुड़
हापुड़ । आर्य कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय हापुड़ में, अंग्रेजी विभाग की अध्यक्षा प्रो. अरुणा शर्मा के नेतृत्व में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी’एथॉस’ बैनर के अंतर्गत “अतिथि व्याख्यान” कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का आरंभ वाग् देवी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित एवं पुष्प अर्पित कर किया गया। विभाग की छात्रा कु. दीपशिखा गौतम ने सुमधुर स्वर में मां सरस्वती की वंदना प्रस्तुत की।
कार्यक्रम की संचालिका प्रो.आभा शुक्ला ने अतिथि प्रो. विकास शर्मा, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ का संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत किया तथा व्याख्यान हेतु उन्हें आमंत्रित किया। “19th सेंचुरी इंग्लिश लिटरेचर”पर व्याख्यान देते हुए प्रोफेसर शर्मा ने मुख्य बिंदु जैसे- साहित्यिक आंदोलन के माध्यम से समाज को विचारशील एवं सामाजिक बदलाव के प्रति जागरूक करना आदि की विस्तार पूर्वक चर्चा की।
प्रो. अरुणा शर्मा ने चर्चा में भाग लेते हुए तत्कालीन समय के प्रमुख साहित्यकार जेन ऑस्टिन, चार्ल्स डिकेंस, ऑस्कर वाइल्ड, रुडयार्ड किपलिंग, एमिली ब्रांटे आदि की साहित्यिक विशेषताओं को रेखांकित किया। प्रो. आभा शुक्ला कौशिक ने तत्कालीन समय की स्त्री लेखिकाओं के अधिकार, स्वतंत्रता, अस्मिता, सामाजिक समानता आदि के लिए किए गए संघर्ष एवं साहित्यिक योगदान की चर्चा की। महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. साधना तोमर ने 19वीं शताब्दी के अंग्रेजी और हिंदी साहित्य की तुलनात्मक दृष्टि से व्याख्या की। विषय- वस्तु एवं शैलीगत नवीनता को साहित्य के अंतर्गत मुख्य बदलाव माना। कार्यक्रम के समापन पर डॉ. अलका ने अतिथि महोदय, प्राचार्या महोदया ,प्राध्यापिकाओं एवं सभी छात्राओं का आभार व्यक्त किया।