हेड कॉन्स्टेबल ने स्वजन संग मिलकर पत्नी की हत्या का प्रयास किया
हेड कॉन्स्टेबल ने स्वजन संग मिलकर पत्नी की हत्या का प्रयास किया
हापुड़:
अवैध संबंधों के चलते थाना पिलखुवा में तैनात एक हेड कॉन्स्टेबल ने स्वजन संग मिलकर पत्नी की हत्या का प्रयास किया। पीड़िता का कसूर केवल इतना था कि वह ससुराल से अपनी पुत्री को लेने गई थी। दिव्यांग पुत्र के साथ पिछले तीन साल से वह पति की नानी के घर रह रही है।
हेड कॉन्स्टेबल को एसपी ने लगाई लताड़
पूर्व में पत्नी और दिव्यांग बच्चे को दर-दर की ठोकरें खाने के लिए छोड़ने वाले हेड कॉन्स्टेबल को एसपी ने जमकर लताड़ लगाई थी। जिसके बाद वह उन्हें अपने साथ ले गया था। अब न्याय न मिलने पर महिला ने आत्महत्या की चेतावनी दी है।
जिला शाहजहांपुर के थाना पुवायां क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली महिला ने बताया कि आठ दिसंबर 2014 को उसकी शादी जिला मुजफ्फरनगर के पुरकाजी क्षेत्र के यूपी पुलिस में हेड कॉन्स्टेबल के साथ हुई थी। पीड़िता की साढ़े छह साल की पुत्री और चार साल का बेटा है। बेटा बोलने, सुनने व चलने में भी असमर्थ है। वर्तमान में पति की तैनाती हापुड़ के पिलखुवा थाने में चल रही है।
कुछ वर्ष पहले पति का पिलखुवा की चौकी बस अड्डा क्षेत्र की युवती के साथ प्रेम-प्रसंग शुरू हो गया। दोनों के बीच अवैध संबंध भी हैं। इसकी जानकारी होने पर पीड़िता ने विरोध किया तो पति ने मारपीट कर उसे अपनी नानी के घर भेज दिया। 14 जून 2018 को वह हापुड़ पहुंची थी। जिसके बाद उसने थाने में शिकायत की। जिसके बाद पति उसे अपने साथ ले तो गया, लेकिन दो दिनों तक उसे भूखा-प्यासा रखकर प्रताड़ित किया था।
एसपी की फटकार के बाद हुआ था समझौता
18 जून 2023 को पीड़िता न्याय मांगने एसपी आवास स्थित उनके कार्यालय पर पहुंची थी। जिसके बाद एसपी ने हेड कॉन्स्टेबल को वहीं बुलाया। उन्होंने हेड कॉन्स्टेबल को जमकर लताड़ लगाई। इसके बाद दंपती के बीच आपसी सहमति बन गई। इसके बाद महिला स्वेच्छा से पति के साथ चली गई है। पति ने उसे अपनी नानी के घर पर रखा हुआ था।
पुत्री को लेने ससुराल गई थी पीड़िता
31 जुलाई को पीड़िता पुत्री को लेने के लिए अपनी ससुराल गई थी। जहां पति समेत ससुराल पक्ष के लोगों ने उसे कमरे में बंद कर दिया और उसकी हत्या का प्रयास किया। किसी तरह पीड़िता जान बचाकर हापुड़ पहुंची। पीड़िता ने एसपी से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है। एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि मामले की जांच कराकर निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी। पीड़िता को न्याय दिलाया जाएगा।