फर्जी शिक्षकों व कर्मचारियों पर जल्दी गाज गिरेगी। इसके लिए कार्रवाई शुरू हो गई है
फर्जी शिक्षकों व कर्मचारियों पर जल्दी गाज गिरेगी। इसके लिए कार्रवाई शुरू हो गई है
मेरठ
उत्तर प्रदेश में फर्जी शिक्षकों और कर्मचारियों पर जल्द ही गाज गिरेगी। इसके लिए कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. मेरठ समेत सभी जिलों में परिषदीय स्कूलों में वर्ष-10 के बाद नियुक्त शिक्षकों और कर्मचारियों की परीक्षा होगी। जांच में फर्जीवाड़ा पाए जाने पर सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही लिया गया वेतन आदि भी वसूल किया जाएगा।
अपर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समिति गठित
मेरठ समेत प्रदेश के अन्य जिलों में फर्जी शिक्षकों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए अपर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है. यह समिति जिलेवार परिषदीय विद्यालयों में चिन्हित अनियमित एवं फर्जी तरीके से नियुक्त शिक्षकों की जांच करेगी। इसके लिए समिति नियमित रूप से बैठक करेगी.
शासन ने दिए हैं जांच कर कार्रवाई के आदेश
शासन ने वर्ष-2010 के बाद परिषदीय विद्यालयों में फर्जी रूप से की गई नियुक्तियों के संबंध में आदेश जारी किए हैं। साथ ही जांच करते हुए फर्जी पाए जाने की स्थिति में उनकी सेवा समाप्ति करने के भी आदेश दिए हैं।
सेवा समाप्ति के साथ ही उनके खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट व वेतन वसूली आदि की कार्रवाई भी अति शीघ्र पूरी करते हुए कार्यालय को रिपोर्ट भी भेजनी होगी।
स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने जताई कड़ी नाराजगी
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने इस बारे में मेरठ समेत प्रदेश के सभी जिलों के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश दिए हैं। उन्होंने अभी तक मेरठ समेत किसी भी जिले में फर्जी नियुक्तियों की जांच के लिए नियमित रूप से बैठक न होने पर कड़ी नाराजगी भी जताई है।
स्कूल महानिदेशक ने जारी आदेश में कहा है कि अपर जिला मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में गठित समिति की बैठक 15 दिन में करते हुए निर्धारित प्रारूप पर सूचना महानिदेशक स्कूल शिक्षा को अवगत कराया जाए, ताकि शासन को रिपोर्ट भेजी जा सके।
जिसमें मुख्य रूप से फर्जी व नियम विरुद्ध नियुक्त शिक्षकों की संख्या, सेवा समाप्त शिक्षकों की संख्या, प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराए गए प्रकरणों की संख्या व कितने शिक्षकों में कर्मचारियों से वसूली हुई उनकी रिपोर्ट भी भेजनी होगी।