पृथ्वी पर भगवान के जीते जागते उदाहरण हैं डॉक्टर
पृथ्वी पर भगवान के जीते जागते उदाहरण हैं डॉक्टर
एलायंस क्लब हापुड़ गौरव के तत्वावधान में रेलवे रोड स्थित सिटी प्लाजा में डॉक्टर्स टॉक का आयोजन किया गया।
बतौर मुख्य अतिथि डा. रेनू बंसल ने महिलाओं में लगभग 45 वर्ष के उपरांत होने वाली मेनोपॉज की समस्या पर वहां उपस्थित संस्था की पदाधिकारियों एवं सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि मासिक चक्र रुकने की अवधि आमतौर पर 45 से 50 वर्ष के मध्य आती है। मगर कुछ महिलाओं को 40 वर्ष की उम्र के बाद से ही प्री मेनोपॉज के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इन लक्षणों में रात में पसीना अधिक आना,नींद की समस्या ,बुखार जैसी गर्मी आदि होते हैं। इसके लिए हमें अपनी जीवन शैली में परिवर्तन लाना चाहिए। तेल मसालेदार,भोजन, कैफीन के साथ साथ अवसाद की स्थिति से बचना चाहिए।नियमित योग व्यायाम जरूरी है।
डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रेखा सिंह ने कहा मेनोपॉज के कारण त्वचा में सूखापन आने लगता है।एस्ट्रोजन हार्मोन कम होने से त्वचा पर सीधा प्रभाव पड़ता है।
संयोजक डा आराधना बाजपेई ने कहा कि इंसानों को जिदंगी देने वाले डॉक्टर्स ही पृथ्वी पर भगवान के जीते जागते उदाहरण हैं। कोरोना काल में जब मंदिर के दरवाजों के पट बंद थे तब डॉक्टर्स अपनी जान पे परवाह न करते हुए लोगो को जिंदगी दे रहे थे।
अध्यक्ष अनीता गुप्ता ने कहा डॉक्टर्स के मार्गदर्शन से हमारा क्लब इस प्रकार की जानकारियों से अक्सर ही लाभान्वित होता रहता है।हम उनका हृदय से आभार व्यक्त करते हैं।
सचिव सुनीता शर्मा ने कहा डॉक्टर्स की सेवाएं अनमोल हैं।उनका कार्य प्रशंसा से परे है।
इस अवसर पर शालू गोयल,अर्चना कंसल,सीमा गोयल,नीना गुप्ता ,संतोष शर्मा,आशा भटनागर, बीना वर्मा,उर्मिला शर्मा,सुषमा खन्ना,दीपाली मित्तल,निशा जैन उपस्थित थे।
7 Comments