ATMS कालेज में लघु उद्योगों के विकास में पॉलिटेक्निक शिक्षा का योगदान विषय पर परिचर्चा
ATMS कालेज में लघु उद्योगों के विकास में पॉलिटेक्निक शिक्षा का योगदान विषय पर परिचर्चा
हापुड़।
एकेडमी ऑफ़ टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एंड साइंस कॉलेज हापुड़ में प्रौद्योगिकी विभाग की मैकेनिक शाखा में लघु उद्योगों के विकास में पॉलिटेक्निक शिक्षा का योगदान विषय पर परिचर्चा आयोजित की गई। पॉलिटेक्निक विभाग के कोऑर्डिनेटर इंजीनियर विद्युत भद्र ने कहा कि छात्रों में तकनीकी शिक्षा ग्रहण करने से व्यवहारिक कौशल का विकास होता है इस कौशल के आधार पर छात्र उद्योगों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं। हर वर्ष कितने ही छात्र पॉलिटेक्निक की शिक्षा ग्रहण करने के बाद उद्योगों में रोजगार प्राप्त कर लेते हैं। शिक्षा प्रशिक्षण के द्वारा प्राप्त तकनीकी शिक्षा छात्रों को आत्मनिर्भर बनाती है। कार्यशाला प्रमुख शिक्षक सोहनवीर ने कहा कि छात्र तकनीकी शिक्षा डिप्लोमा, स्नातक डिग्री, मास्टर डिग्री और शोध के द्वारा प्राप्त करते हैं यह रोजगार परक शिक्षा छात्रों को संबल प्रदान करती है। शिक्षक आसिफ ने छात्रों को व्यवहारिक शिक्षा के मूल मंत्र बताए। अध्यक्ष नरेंद्र अग्रवाल ने छात्रों को पैरों पर खड़े होने की शुभकामनाएं दीं। संस्था के सचिव रजत अग्रवाल ने कहा कि जैसे-जैसे उद्योगों का विकास हो रहा है वैसे-वैसे कुशल टेक्नीशियन और इंजीनियर की मांग पढ़ रही है इसलिए इस शिक्षा की आवश्यकता बढ़ती जा रही है। कार्यकारी निदेशक डॉ राकेश अग्रवाल ने कहा कि पॉलिटेक्नि ये मतक शिक्षा उद्योगों को कुशल जनशक्ति प्रदान करती है। इस प्रकार देश के आर्थिक विकास में तकनीकी शिक्षा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। परिचर्चा में मनीष तोमर, जीतू करी, तनीषा, स्वराज चौहान, योगेश कुमार, हर्षित , धीरज , आकाश कुमार आदि छात्रों ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये।