राष्ट्रीय मिर्गी दिवस पर परमार्थ कॉलेज आफ फार्मेसी में आयोजित हुई जागरूकता गोष्ठी
राष्ट्रीय मिर्गी दिवस पर परमार्थ कॉलेज आफ फार्मेसी में आयोजित हुई जागरूकता गोष्ठी
हापुड़
एटीएमएस ग्रुप के परमार्थ कॉलेज आफ फार्मेसी में राष्ट्रीय मिर्गी दिवस के उपलक्ष में जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया इस अवसर पर फार्मेसी की शिक्षिका मिस रिया ने विषय का प्रतिपादन करते हुए कहा कि मिर्गी का रोग अक्सर जेनेटिक होता है। ब्रेन ट्यूमर , सर में चोट , दुर्घटना, तेज बुखार होना , मस्तिष्क में संक्रमण होना, गर्भवती महिला के गर्भ पर दबाव पड़ना, दिमाग में खून जमना नर्वस सिस्टम ब्रेक होना, मस्तिष्क को पूरी ऑक्सीजन न मिलना आदि कारण मिर्गी के होते हैं। दो अभिनीत चौधरी ने गोष्ठी का संयोजन किया उन्होंने कहा कि जिनके परिवार में पहले से कोई मिर्गी का रोगी है उन्हें बहुत सावधान रहना चाहिए उन्हें नियमित योग, प्राणायाम, व्यायाम और ध्यान करना चाहिए। शिक्षक नारायण ने कहा कि ऐसे व्यक्तियों को जागरूक रहना चाहिए स्वस्थ नहीं रहना चाहिए हेल्दी डाइट लेना चाहिए। कौशल कुमार ने कहा की मिर्च मसाले वाला भोजन नुकसान पहुंचाता है। शिक्षक अजय गौतम ने कहा की विकसित देशों में 80% लोगों को स्ट्रेस के कारण मिर्गी का दौरा पड़ता है इसलिए लोगों को तनाव से बचना चाहिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार 50 मिलियन लोग मिर्गी से प्रभावित हैं। विकास संजय सुमांशु शिवम ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये। प्रिया , वंश, कनिका , वर्षा ने चार्ट द्वारा मिर्गी रोग का प्रदर्शन किया। विकास, कृष्ण, बंटी ने सहयोग प्रदान किया। संस्था के अध्यक्ष नरेंद्र अग्रवाल सचिव रजत अग्रवाल और कार्यकारी निदेशक डॉक्टर राकेश अग्रवाल ने छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं दीं। एपिलेप्सी फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया मिर्गी के निवारण पर महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है। निर्मल सूर्या इसके लिए पूरी तरह से समर्पित हैं