शिशु एवं बाल कल्याण समिति एवं शिक्षा भारती, हापुड़ द्वारा संचालित शिक्षण संस्थाओं मनाया गणतंत्र दिवस समारोह धूमधाम से मनाया, निकाली परेड़
शिशु एवं बाल कल्याण समिति एवं शिक्षा भारती, हापुड़ द्वारा संचालित शिक्षण संस्थाओं मनाया गणतंत्र दिवस समारोह धूमधाम से मनाया, निकाली परेड़
हापुड़
हापुड़। शिशु एवं बाल कल्याण समिति तथा निक्षा भारती, हापुड़ द्वारा संचालित समस्त विद्यालयों ने सामूहिक रुप से 75 वां गणतंत्र दिवस ज्ञानलोक पार्क, हापुड़ में बड़ी धूमधाम व हर्षोल्लास से मनाया। इस कार्यक्रम में सरस्वती शिशु बाटिका, सरस्वती शिशु मंदिर-कोठी गेट एवं मोदीनगर मार्ग, सरस्वती बाल मंदिर, श्रीमती ब्रह्मा देवी बालिका बिद्या मंदिर, श्री माधय कॉलेज ऑफ एजुकेशन एंड टेक्नोलॉजी, संस्कार केंद्र, पूर्व छात्र-छात्रा परिषद्, एवं बनवासी छात्रावास के समस्त छात्र-छात्राएं, शिक्षक-शिक्षिकाएं तथा प्रबंध समिति के पदाधिकारी एवं सदस्यगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा ध्वज फहराने एवं राष्ट्रगान से हुआ। तत्पश्चात् सरस्वती बाल मंदिर के प्रबंधक अनिल कुमार अग्रवाल ने अतिथि परिचय व स्वागत कराया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मधुरिमा अग्रवाल , अध्यक्ष प्रो. राजीव सिजारिया (डीन- अटल बिहारी वाजपेयी प्रबंधन एवं उद्यमिता संस्थान, जे.एन.यू. नई दिल्ली , संजय कुमार मल्ल डी.एफ.ओ. हापुड़ तथा लेफ्टिनेंट कर्नल जनीश ए. बी.ओपीएस-1ई.बी.एस.-बाबूगड) रहे।
शिशु एवं बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष संजय कृपाल गर्ग ने शिशु एवं बाल कल्याण समिति एवं शिक्षा भारती द्वारा संचालित समस्त विद्यालयों की सूक्ष्म प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की।
मुख्य अतिथि मधुरिमा अग्रवाल ने सभी को 15 वें गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए छात्रों को भारत का भविष्य बताया। उन्होंने कहा कि आप स्कूल की पढ़ाई पूरी करके अच्छे नागरिक बनेंगे। आज का दिन हमारे इतिहास के लिए स्वर्णिम है। आज ही के दिन सन् 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ था। संविधान लागू होने के बाद ही हमें संपूर्ण आज़ादी प्राप्त हुई तथा हमारा देश संप्रभु बना। हमारा देश धर्म व जातियों में विभाजित था। हमारे देश की महिलाओं को भी पूरे अधिकार प्राप्त नहीं थे। ऐसी स्थिति में हमारे संविधान ने ही हमें एक सूत्र में बांधने का काम किया है। संविधान के प्रावधानों से ही हमारे देश की महिलाओं सहित सभी को अधिकार प्राप्त हुए।
सम्मानित अतिथि संजय कुमार मल्ल ने बताया कि हमारा संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। यह देश के नागरिकों को बहुत सारी शक्तियां प्रदान करता है तथा सभी नागरिकों को समान रूप से अधिकार प्रदान करता है। संविधान के अनुच्छेद 32 को संविधान की आत्मा कहा गया है। यह अनुच्छेद सभी मौलिक अधिकारों को प्रभावी बनाता है।
कार्यक्रम अध्यक्ष प्रो. राजीव सिजारिया ने बताया कि अनेक क्रांतिकारियों के बलिदान से ही हमें आजादी प्राप्त हुई है। हमें अपनी आजादी को अक्षुण्ण बनाए रखना है। देश का वैभव पुनः प्राप्त करने के लिए जाति-धर्म से ऊपर उठकर राष्ट्र परमो धर्मः को अपनाने की आवश्यकता है। भारत ने प्रत्येक क्षेत्र में उन्नति की है। आज हमारे देश ने खाद्यान्न, तकनीक व विभिन्न क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनने के साथ-साथ विश्व की पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था होने का गौरव प्राप्त किया है।
गणतंत्र दिवस समारोह में विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा सामूहिक गीत व योगासन की बेहतरीन प्रस्तुति कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम के समापन पर शिक्षा भारती, हापुड़ की अध्यक्ष स्वाति गर्ग ने कार्यक्रम में पधारे समस्त अतिथियों का आभार व धन्यवाद प्रकट किया। कार्यक्रम का समापन बंदेमातरम् से हुआ।
तत्पश्चात् समस्त छात्र-छात्राएं अपने गणों के अनुसार पंक्ति बनाकर पथ संचलन के लिए व्यवस्थित हुए। पथ संचलन में सभी विद्यालयों के गण, घोप, बैगपाइपर बैंड, नेवी, एयर फोर्स, आर्मी, समस्त अनुशासित छात्र-छात्राएं व शिक्षक-शिक्षिकाएं सम्मिलित हुए। सभी विद्यालयों के छात्र छात्राओं ने पथ संचलन ज्ञानलोक पार्क से प्रारंभ किया। सम्मानित अतिथि अनीश ए. ने सलामी मंच पर परेड की सलामी ली। पथ संचलन फ्रीगंज मार्ग से होते हुए मेरठ मेट पुलिस चौकी, सर्राफा बाजार, मंडी पाटिया, भगतजी हलवाई, गोल मार्केट, अतरपुरा चौपला, तहसीन चौपला एवं फ्रीगंज मार्ग से होते हुए ज्ञानलोक पार्क में समापन हुआ। पथ संचलन में सामूहिक रूप से लगभग 4000 अनुशासित छात्र-छात्राएं, 300 शिक्षक-शिक्षिकाएं व प्रबंध समिति के पदाधिकारी शामिल हुए। पथ संचलन के दौरान छात्र-छात्राओं पर नगरवासियों ने पुष्प वर्षा कर उत्साह वर्धन किया। इस अवसर पर समस्त छात्र-छात्राओं को स्वादिष्ट जलपान व भोजन कराया गया। कार्यक्रम में सरस्वती बाल मंदिर के अध्यक्ष विजेंद्र माहेश्वरी, कपिल सिंघल, कविता अग्रवाल, रवींद्र माहेश्वरी, विजय कृषक, अशोक बबली, पूनम अग्रवाल, नरेश गर्ग सचिन एस. एम. हर्षवर्धन अग्रवाल तथा सम्मानित अतिथि विवेक मित्र, रवींद्र वाष्र्णेय, रोहित गर्ग व मोहित जैन की भी गरिमामयी उपस्थित रही।