जैन धर्म के दशलक्षण महा पर्व का दूसरा दिन उत्तम मार्दव धर्म मनाया गया
जैन धर्म के दशलक्षण महा पर्व का दूसरा दिन उत्तम मार्दव धर्म मनाया गया
हापुड़
पर्व राज दशलक्षण पर्व के शुभ अवसर पर श्री 1008 आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर कसेरठ बाजार स्थित हापुड़ में भव्य आयोजन प्रवीण जैन शास्त्री जी के सानिध्य में संगीत की मधुर ध्वनि के साथ संपन्न कराए जा रहे हैं ।
प्रातः काल से ही मंदिर जी में अभिषेक, शांति धारा ,पूजा,अर्चना की गई विधान का आयोजन कराया गया जिसमें काफी श्रद्धालुओं ने भाग लिया ।
इस दश लक्षण पर्व पर प्रवीण जैन शास्त्री जी ने बताया कि आज उत्तम मार्दव धर्म का दिन है –
भाद्रमाह के सुद छठ को दिगंबर जैन समाज के पवाॅधिराज दसलक्षण पर्व का दूसरा दिन होता है
अकसर धन, दौलत, शान और शौकत ईनसान को अहंकारी और अभिमानी बना देता है ऐसा व्यक्ति दूसरो को छोटा और अपने आप को सर्वोच्च मानता है॥
यह सब चीजें नाशवंत है यह सब चीजें एक दिन आप को छोड देंगी या फिर आपको एक दिन जबरन ईन चीजों को छोडना ही पडेगा ॥ नाशवंत चीजों के पिछे भागने से बेहतर है कि अभिमान और परिग्रह सब बूरे कामों में बढोतरी करते है जिनको छोडा जाये और सब से विनम्र भाव से पेश आए सब जिवो को जीवन जीने का अधिकार है।
शाम के समय 7:00 बजे आरती की गई।इसके बाद धार्मिक तम्बौला का आयोजन महिला जैन समाज द्वारा किया गया। समारोह का संचालन महामंत्री प्रगति जैन ने संयुक्त रूप से किया, महिला जैन समाज की अध्यक्षा रेणूका जैन तम्बौला खेल की जानकारी दी। कार्यक्रम मे प्रश्नो के सही उत्तर देने वालो को जैन समाज के संरक्षक सुधीर जैन, सरोज जैन ने पारितोषिक दिये।
इस अवसर पर जैन समाज के प्रधान अनिल जैन, नितिन जैन, अभिषेकमोनू जैन, अशोक जैन, अकाश जैन, विकास जैन ,तुषार जैन ,,पुलकित जैन,अंकित जैन,नमन जैन,राजेश जैन, मोनू जैन, सुधीर जैन, रेखा जैन, नीतू,भावना,शिल्पी,प्रभा जैन ,पुष्पा जैन, सिम्मी जैन ,गरिमा जैन आदि लोग उपस्थित थे ।