हिंदी विदेशों में अपने साथ कला संस्कृति और सभ्यता भी लेकर जाती है- ऋषि कुमार शर्मा,विश्व मंच पर हिंदीविश्व मंच पर हिंदी कार्यक्रम में इंग्लैंड से आए 20 सदस्यीय टीम
गाजियाबाद/नयी दिल्ली ।
डी.ए.वी. विद्यालय, साहिबाबाद और यू.के. हिंदी समिति, लंदन के तत्वावधान में “विश्व मंच पर हिंदी” विषय पर एक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया .।जिसमें इंग्लैंड से आए 20 सदस्य प्रतिनिधि मंडल ने भी भाग लिया और कार्यक्रम में हिंदी अकादमी दिल्ली के उपसचिव ऋषि कुमार शर्मा,ए.वी.बी. पी. नेटवर्क के एसोसिएट उपाध्यक्ष, शिशिर रंजन, वरिष्ठ पत्रकार, प्रियंका सिंह, तरुण कुमार,सहायक निदेशक ग्रामीण विकास मंत्रालय,यू.के. हिंदी समिति, लंदन की अध्यक्ष सुरेखा चोफला विशिष्ट अतिथि तथा प्रवक्ता के रूप में उपस्थित कार्यक्रम में थे।
कार्यक्रम का संयोजन और संचालन कवयित्री नंदिनी श्रीवास्तव ने किया
इस अवसर पर बोलते हुए हिंदी अकादमी के उपसचिव, हिंदी अकादमी, दिल्ली ऋषि कुमार शर्मा ने कहा कि विदेशों में हिंदी का प्रचार-प्रसार और आवश्यकता तेजी से बढ़ती जा रही है हिंदी भाषा जब विदेशों में जाती है तो अपने साथ भारत की संस्कृति, कला और सभ्यता भी साथ लेकर जाती है आज 145 देशों के 115 विश्वविद्यालयों में हिंदी पढ़ाई जा रही है। एबीपी नेटवर्क के उपाध्यक्ष शशि रंजन ने कहा कि आज मीडिया सारा काम हिंदी में करता है हिंदी ही दर्शकों पर अपनी अमिट छाप छोड़ती है। इस अवसर पर बोलते हुए वरिष्ठ पत्रकार प्रियंका सिंह ने कहा कि हमारे बारे में चाहे कोई कुछ भी सोचे हमें हिंदी बोलने में गर्व का अहसास होता है और हम हिंदी में कार्य करते हैं यू.के. हिंदी समिति लन्दन की अध्यक्ष सुरेखा चोफला ने कहा कि हम कई देशों में हिंदी प्रचार प्रसार का काम कर रहे हैं पर हमें भारत में भी हिंदी को उचित स्थान देना होगा। श्री तरुण कुमार सहायक निदेशक ग्रामीण विकास मंत्रालय ने कहा हमने सरकार और स्वयं के प्रयासों से लंदन में भारतीय दूतावास के दरवाजे हिंदी और हिंदी सिखाने के लिए खोल दिए थे। विद्यालय के प्राचार्य श्री वीके चोपड़ा ने समस्त अतिथियों का अभिनंदन किया और कहा हिंदी भाषा के संवर्धन में प्रवासी नागरिकों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है हिंदी हमारी राजभाषा है हिंदी के विकास हेतु हमें सदैव तत्पर रहना चाहिए। तत्पश्चात विद्यालय परंपरा के अनुसार समस्त अतिथियों ने दैनिक यज्ञ में भाग लिया भारतीय परंपरा के अनुसार विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रांतों के लोक नृत्य प्रस्तुत कर विदेशी अतिथियों को भारत की संपन्न संस्कृति से परिचय कराया। दीप प्रज्वलन और ओम की ध्वनि के साथ के साथ समारोह का शुभारंभ किया गया इस ऊर्जावान अवसर पर विद्यालय के विद्यार्थियों और विदेशी विद्यार्थियों ने कविता पाठ कर श्रोताओं को मंत्र मुक्त कर दिया कार्यक्रम का संयोजन और संचालन श्रीमती कयवित्री श्रीमती नन्दिनी श्रीवास्तव ने किया वरिष्ठ साहित्यकार श्रीमती जया वर्मा,लंदन श्री मयंक राजेश कवि और राहुल शेष भी उपस्थित थे इस अवसर पर विद्यार्थियों ने अपने हाथ से बनाए अनेकों उपहार विदेशी विद्यार्थियों को दिए और विदेशी अतिथियों के लिए कई प्रकार के भारतीय नृत्य प्रस्तुत किए गए।
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