अमानवीयता : ब्रेन हेमरेज पीड़़िता इलाज के लिए अपनें खातें से रूपयें निकलवानें के लिए परिजनों के साथ तीन घटें भारी बरसात में खड़ी रही बैंक के बाहर,एसडीएम के हस्तक्षेप के बाद दिए रूपयें
बैंक प्रबंधक ने रुपयें निकालनें के लिए किया इंकार,
एनबीटी न्यूज,हापुड़।
थाना धौलाना क्षेत्र स्थित एक बैंक प्रबंधक ने अमानवीयता का परिचय देते हुए एक ब्रेन हेमरेज पीड़़िता इलाज के लिए अपनें खातें से रूपयें निकलवानें के लिए परिजनों के साथ तीन घटें भारी बरसात में बैंक के बाहर खड़ा रखा । एसडीएम के हस्तक्षेप के बाद बैंक प्रबंधक ने रुपयें निकालनें की अनुमति दी।
जानकारी के अनुसार धौलाना के
मोहल्ला भाट निवासी प्रेमचंद शर्मा की अपनी राधा शर्मा को 4 माह पूर्व ब्रेन हेमरेज हुआ था जिसके चलते उनकी तबीयत बिगड़ गई । परिजनों ने इलाज के लिए उन्हें यशोदा अस्पताल भर्ती कराया था,जहां से वो इलाज के बाद वापस घर ले आए थे।
पीड़़िता के परिजनों ने बताया कि गुरुवार को तबीयत खराब होने पर उन्हें यशोदा अस्पताल में इलाज के लिए रूपयों की जरूरत होनें पर पीड़़िता के पुत्र अंकुर विकास और संदीप अपनी बीमार मां राधा को एंबुलेंस में लेकर धौलाना स्थित केनरा बैंक में पहुंचे । बीमारी के कारण राधा बैंक के अंदर नहीं जा सकी।
पीड़़िता के पुत्रों ने आरोप लगाते हुए बताया कि वे बैंक मैनेजर के पास पहुंचे और बीमार मां का अंगूठा विड्रोल फार्म पर एंबुलेंस में ही लगवानें की गुहार लगाई,परन्तु मैनेजर ने कहा कि जब तक महिला बैंक चलकर नहीं आएगी तब तक पैसे नहीं दिए जाएंगे।
इलाज के लिए रूपयों की जरूरत के लिए परिजन तीन घंटें तक बीमार मां को लेकर बारिश में भीगते रहे और एंबुलेंस में दर्द से राधा शर्मा कराहती रही।
परिजनों ने एसडीम धौलाना को फोन कर परेशानी बताते हुए बैंक प्रबंधक की शिकायत की,जिस पर एसडीम सुनीता सिंह ने मैनेजर को इलाज के लिए एक लाख की धनराशि महिला के खाते से निकालकर परिजनों को देने के निर्देश दिए।
इस संबंध में जब अग्रणी बैंक प्रबंधक आर विनोद कुमार ने बताया कि बैंक कर्मचारियों ने उन्हें बताया कि महिला होश में नहीं थी जिस कारण धनराशि नहीं दी गई।
5 Comments